Gwalior News: पत्नी और अवैध संबंधों के आरोप में घिरे ग्वालियर के तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान पर बुधवार को मामला दर्ज हो गया। थाटीपुर निवासी महिला (34 साल) ने शत्रुघ्न पर शादी का झांसा देकर रेप करने की शिकायत दर्ज कराई है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसके पति का देहांत हो गया है। तहसीलदार उनके जेठ के दोस्त है। शत्रुघ्न सिंह से उनकी मुलाकात 2008 में हुई थी। तहसीलदार ने जेठ से कहा था कि मैं विधवा बहू से विवाह करना चाहता हूं।
पत्नी बनाकर किया दुष्कर्म
जिसके बाद शत्रुघ्न सिंह चौहान महिला से मिलने लगा और शादी का झांसा देकर लगातार शारीरिक संबंध बनाए। पीड़िता ने तहसीलदार से शादी करने को कहा तो उसने टाल दिया। कहा कि अभी मेरी नौकरी लगी है, जल्द ही शादी करूंगा। पांच साल तक आरोपी ने महिला को अपने परिचित के घर में रखा। इस दौरान एक बच्चे की मां भी बन गई।
तहसीलदार की चार पत्नी
बाद में पता चला कि शत्रुघ्न की चार पत्नी है, पीड़िता का नंबर तीसरा है। महिला ने कहा कि 2021 के बाद तहसीलदार ने संपर्क खत्म कर दिया। इस दौरान महिला ने थाटीपुर के पास रहना शुरू कर दिया, तो तहसीलदार को किसी ने जानकारी दे दी।
तहसीलदार शत्रुघ्न पर केस दर्ज
शत्रुघ्न 2 जनवरी 2025 को फिर से घर आ गए। महिला ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई। पीड़िता की शिकायत पर दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज कर ली है।
यह भी पढ़ें- इंदौर में अतिक्रमण हटाने से नाराज विधायक महेंद्र हार्डिया ने SDM को लगाई फटकार, जानें क्या कहा
डीएसपी किरण अहिरवार ने कहा
इस मामले में महिला डीएसपी किरण अहिरवार ने कहा कि पीड़िता ने तहसीलदार शत्रुघ्न पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने कई लोगों के नाम का जिक्र किया। इस मामले की जांच की जा रही है। सभी किरदारों की जांच की जाएगी। पता लगाया जाएगा कि उनकी जो भूमिका कितनी सही है।
इसमें कई मकान मालिक, किराएदार, तहीसलदार के नौकर और कर्मचारी हैं। पुलिस इन सभी की भूमिका की जांच कर रही है।
तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह ने कहा
इस मामले में तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान ने कहा, ‘मेरे खिलाफफ लगाए आरोप गलत हैं। मैंने कोई झांसा नहीं दिया है। महिला ब्लैकमेल कर पैसे हड़पना चाहती है। मेरे पास उसके खिलाफ सबूत है।’ महिला से पहले मैं उसके खिलाफ भितरवार पुलिस स्टेशन में शिकायत कर चुका हूं।
पहले भी लगा शोषण का आरोप
इससे पहले शत्रुघ्न सिंह चौहान पर सिटी सेंटर तहसील में आरोप लगे थे। यहां चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी ने शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद शत्रुघ्न को सिटी सेंटर तहसील से हटाकर भितरवार तहसील भेजा गया।
यह भी पढ़ें-