Mahakumbh Traffic Plan: महाकुंभ मेले की शुरुआत से पहले प्रयागराज शहर की सुरक्षा को पुख्ता किया जा रहा है। हालांकि, मेला शुरू होने में कुछ घंटे ही रह गए हैं। ऐसे में जवानों की तैनाती अलग-अलग मोर्चों पर कर दी गई हैं। इसके अलावा दिव्य महाकुंभ के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यातायात योजना में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
अब श्रद्धालु जिस दिशा से भी आएंगे, उन्हें उसी दिशा के तट पर स्नान करने का अवसर मिलेगा। पहले जो श्रद्धालु जल्दी पहुंचेंगे, वे घाट के पास पार्किंग में वाहन खड़ा कर सकेंगे, जबकि देरी से आने वालों को दूर पार्किंग में वाहन खड़ा करने की व्यवस्था होगी, लेकिन शटल बस के माध्यम से वे आसानी से घाट तक पहुंच सकेंगे।
नए मार्गों और पार्किंग व्यवस्था का ऐलान
इस महाकुंभ (Mahakumbh Traffic Plan) के आयोजन के लिए विभिन्न मार्गों और पार्किंग स्थलों की योजना तैयार की गई है। फतेहपुर के पीछे से आने वाले श्रद्धालुओं को कौशांबी के कोखराज से मोड़कर नवाबगंज तक लाया जाएगा, जहां से वे पीपा पुल पार करके स्नान करेंगे।
इसके अलावा, जौनपुर, वाराणसी, मीरजापुर, बांदा-चित्रकूट, कौशांबी, लखनऊ-कानपुर और प्रतापगढ़-अयोध्या मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की गई है।
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों का डायवर्जन और पार्किंग व्यवस्था
- जौनपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को चीनी मिल पार्किंग, पूरे सूरदास पार्किंग गारापुर रोड, समयामाई मंदिर कछार पार्किंग, बदरा सोनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। श्रद्धालु अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
- वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहनों को महुआ बाग थाना झूसी पार्किंग, सरस्वती पार्किंग झूसी रलवे स्टेशन, नागेश्वर मंदिर पार्किंग, ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग, शिव मंदिर उस्तादपुर महमूदाबाद पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। श्रद्धालु यहां से पैदल छतनाग मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
- रीवा-सतना-चित्रकूट की तरफ से आने वाले वाहनों को नवप्रयाग पार्किंग पूर्वी/ पश्चिम/ विस्तार, एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग यमुना पट्टी, महेवा पूरब/ पश्चिम पार्किंग, मीरखपुर कछार पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। श्रद्धालु यहां से पैदल मार्ग से रीवा मार्ग न्यू रीवा मार्ग होकर अरैल बॉंध से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
- मिर्जापुर की तरफ से आने वाले वाहनों को देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/ दक्षिणी, टेंट सिटी पार्किंग मदनुआ/मवईया/देवरख, ओमेंक्स सिटी पार्किंग, गजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। यहां से श्रद्धालु अरैल बांध रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
- कानपुर-कौशांबी की तरफ से आने वाले वाहनों को काली एक्सटेंशन प्लाट नंबर 17 पार्किंग, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान पार्किंग, दधिकांगो मैदान पार्किंग पार्क कराया जाएगा।
- लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग, नागवासुकी पार्किंग, बक्शी बॉंध कछार पार्किंग, बड़ा बागड़ा 01/02/03, आईईआरटी पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। श्रद्धालु यहां से नवास की मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
- अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को शिव बाबा पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। यहां से श्रद्धालु यहां से संगम लोवर मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
मेला क्षेत्र में पैदल आगमन करने वाले स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं हेतु मार्गः-
- संगम आने का पैदल मार्ग- संगम आने वाले श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों को जी०टी० जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जा सकेंगे।
- संगम से वापसी का पैदल मार्ग- संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इण्टर लाकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य के लिए वापस जा सकेंगे ।
महाकुंभ मेले में संगम क्षेत्र में प्रवेश के लिए जवाहरलाल नेहरू मार्ग काली सड़क का उपयोग किया जाएगा, जबकि निकास मार्ग त्रिवेणी मार्ग होगा। हालांकि, प्रमुख स्नान पर्व के दिनों में अक्षयवट दर्शन के लिए प्रवेश बंद रहेगा।
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सुरक्षा और सुविधा की पूरी व्यवस्था
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए करीब 102 सेटेलाइट पार्किंग बनाई गई हैं, जिसमें पांच लाख से अधिक छोटे-बड़े वाहन पार्क किए जा सकेंगे। इन पार्किंग क्षेत्रों में शौचालय, खानपान, मेडिकल सुविधा, पेयजल और अन्य सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से अस्थायी पुलिस थाने भी बनाए गए हैं।
इस योजना के तहत, श्रद्धालुओं को मार्ग में किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी और वे आसानी से स्नान कर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर सकेंगे।
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