Raipur Mowa Over Bridge Corruption: रायपुर के मोवा ओवरब्रिज का डामरीकरण कई जगहों से खराब हो गया था, जिसे ठीक करने के लिए उखाड़कर नया डामरीकरण किया गया। इस मरम्मत कार्य के दौरान ब्रिज को 6 दिनों तक बंद रखा गया, लेकिन नया डामरीकरण एक दिन भी ठीक से नहीं टिक सका और सड़क से उखड़ने लगा। इस भ्रष्टाचार की पोल खुलने के बाद, उपमुख्यमंत्री और PWD मंत्री अरुण साव ने आज मौके पर औचक निरीक्षण किया।
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लगाई फटकार
निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को खराब गुणवत्ता के काम के लिए फटकार लगाई और जांच के आदेश दिए, साथ ही तीन दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा। मंत्री ने यह भी कहा कि दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अरुण साव ने शुक्रवार को मोवा ओवरब्रिज का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदारों से सवाल किए और गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने खुद मटेरियल हटाकर धूल की परत दिखाते हुए कहा कि ऐसा काम होता है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस मामले की जांच करें और तीन दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जिम्मेदार पर होगी सख्त कार्रवाई: साव
मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि कोई भी गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा। जो भी अधिकारी और ठेकेदार इस खराब काम के लिए जिम्मेदार होंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और खराब डामरीकरण को तुरंत उखाड़कर फिर से ठीक किया जाएगा।
दरअसल, मोवा ओवरब्रिज की मरम्मत 3 जनवरी से 8 जनवरी तक की गई थी, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार ने घटिया काम किया। अब इस काम की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।