CG Liquor Scam Case: छत्तीसगढ़ के चर्चित 2 हजार करोड़ के शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा से दूसरी बार पूछताछ की। यह पूछताछ राजधानी रायपुर के पचपेड़ी नाका स्थित ED के क्षेत्रीय कार्यालय में हुई, जहां करीब 8 घंटे तक दोनों से सवाल-जवाब किए गए।
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लखमा ने कहा- ED ने मोबाइल सील किया
पूछताछ के बाद मीडिया से बात करते हुए दोनों ने कहा कि ED ने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया और जैसे अन्य लोग ED द्वारा परेशान किए जाने की बातें करते हैं, वैसा कुछ उनके साथ नहीं हुआ।
पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि पूछताछ के दौरान ED अधिकारियों ने उन्हें पानी भी पिलाया। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि उनके मोबाइल को टैप किया गया और फिर सील किया गया, जिसके कारण थोड़ी देर हुई।
सरकार बार-बार परेशान कर रही: लखमा
लखमा ने यह आरोप लगाया कि “सरकार उन्हें बार-बार परेशान कर रही है” और उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि एक आदिवासी नेता को क्यों निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया और कहा कि “मैं बस्तर की आवाज़ विधानसभा में उठाता हूं, इस कारण मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है।
बस्तर के लोगों को दबाने की कोशिश की जा रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर शराब का अवैध कारोबार चल रहा था, तो उसकी जिम्मेदारी अधिकारियों या संबंधित कंपनी की है।
पूर्व मंत्री ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया
पूर्व मंत्री ने इस कार्रवाई को नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के दौरान राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा बताया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है और वे गांधीवादी विचारधारा का पालन करते हैं। उनका कहना था, “मैं सच के रास्ते पर चल रहा हूं। सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। जब तक लड़ना पड़ेगा, मैं लड़ता रहूंगा।”
कवासी लखमा ने यह भी बताया कि ED ने उन्हें अगले बुधवार, 15 जनवरी को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है, और इस बार वे अपने वकील या ऑडिटर को साथ लेकर जाएंगे, साथ ही कुछ दस्तावेज़ भी पेश करेंगे।