Jabalpur Flyover Corruption Controversy: मध्य प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर में भ्रष्टाचार को लेकर सामने आए दरार के मामले में भोपाल से आई टीम ने फ्लाईओवर का निरीक्षण किया। टीम ने इन दरारों को एक्सपेंशन जॉइंट के गैप बताया है। फ्लाईओवर में हुई इन दरारों की जांच अब तकनीकी टीम से करवाई जाएगी। लोक निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने बताया कि दरारों से पानी अंदर जाने या अन्य किसी समस्या की विस्तृत जांच की जाएगी। विपक्ष ने इस मामले में सरकार पर सवाल उठाए हैं।
जीतू पटवारी, उमंग सिंघार ने सरकार को घेरा
फ्लाईओवर में आई दरारों ने सरकार को विपक्ष के निशाने पर ला दिया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने लिखा, “मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की नई-नई कहानियां लिखी जा रही हैं। जबलपुर में 800 करोड़ की लागत से बने फ्लाईओवर की सड़क टूट रही है। यह सब सरकार की नाक के नीचे हो रहा है। यह भ्रष्टाचार है या पूरी तरह से गोलमाल?”
MP के सबसे बड़े flyover में पड़ने लगी भ्रष्टाचार की दरारें.. @TV9MPCG pic.twitter.com/IgL4DDGvWg
— Umang Singhar (@UmangSinghar) January 8, 2025
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पीडब्ल्यूडी मंत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री जबलपुर के हैं. अभी तक क्या कर रहे थे? पटवारी ने फ्लाईओवर निर्माण में भ्रष्टाचार और 50 पर्सेंट कमीशन का आरोप लगाया.
PWD के अपर सचिव बोले ये मौसम का असर
जबलपुर में निर्माणाधीन एलिवेटेड कॉरिडोर के पेवमेंट में आई कुछ दरारों के संबंध में सोशल मीडिया व मीडिया से जानकारी प्राप्त हुई।
खबर का संज्ञान लेते हुए विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मंडलोई, प्रमुख अभियंता श्री राणा एवं मुख्य अभियंता श्री वर्मा को मौके का निरीक्षण करने के लिए…
— Rakesh Singh (@MPRakeshSingh) January 8, 2025
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लोक निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने कहा कि PWD मंत्री राकेश सिंह के निर्देश पर फ्लाईओवर की जांच कराई गई है। नीरज मंडलोई ने बताया कि फ्लाईओवर की सतह पर आई दरारों को केमिकल मटेरियल से भरा जाता है। पिलर्स या सर्फेस के अंदर कोई दरार नहीं है। फ्लाईओवर की मजबूती और सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया गया है। हालांकि, जो भी समस्याएं सामने आ रही हैं, उनकी विस्तृत जांच कराई जाएगी।
फरवरी में उद्घाटन
डिजाइन और तकनीक में किसी प्रकार की समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि मौसम के बदलाव के कारण एक्सपेंशन जॉइंट छोड़ा जाता है, जिसकी वजह से सतह पर दरारें दिखाई देती हैं। मदन महल से दमोह नगर तक कम्प्लीट फ्लाई ओवर का काम फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद फरवरी में ही उद्घाटन भी कर दिया जाएगा।
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