Bhopal Saurabh Sharma News: एमपी परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर स्थित सौरभ के ऑफिस और घर पहुंची है। लोकायुक्त और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इस मामले की जांच करने में जुटी है।
लोकायुक्त की रेड पड़ने के बाद से सौरभ शर्मा फरार है। सौरभ के भोपाल स्थित अरेरा कॉलोनी ई-7 स्थित घर और ऑफिस में सीआरपीएफ जवानों के साथ ईडी की सर्चिंग जारी है। ग्वालियर में विनय नगर सेक्टर 2 स्थित पूर्व सिपाही के पैतृक आवास पर जांच एजेंसी ने दबिश दी है।
पत्नी समेत फरार सौरभ शर्मा
जांच टीम मेटल डिटेक्टर और उपकरणों के साथ पहुंची। पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिली है कि सौरभ शर्मा ग्वालियर में है। शर्मा अपनी पत्नी दिव्या समेत फरार है। उसके वकील ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की, लेकिन अदालत ने खारिज कर दिया।
विशेष लोक अभियोजक विवेक गौड़ ने कहा कि पूर्व कॉन्स्टेबल के ठिकानों से भारी मात्रा में नकद और प्रॉपर्टी मिली है।
सौरभ शर्मा के दोस्त चेतन सिंह की कार से 52 किलो सोना और नकदी मिली है। अपराध की गंभीरता और पूछताछ की जरूरत को देखते हुए अग्रिम जमानत याचिका खारिज की जाए।
ग्वालियर एसपी ने कहा
शहर के बहोड़ापुर स्थित सौरभ शर्मा के घर पर सुबह 5 बजे पुलिस फोर्स के साथ प्रवर्तन निदेशालय ने दबिश दी। घर के बाहर फोर्स तैनात है और अधिकारी अंदर तलाशी ले रहे हैं। हालांकि एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि किसी भी जांच एजेंसी ने ग्वालियर पुलिस से संपर्क नहीं किया।
साले के नाम से किया निवेश
सौरभ शर्मा का ससुराल जबलपुर में है। सूत्रों के अनुसार, उसने अपने साले शुभम तिवारी के नाम से इन्वेस्टमेंट किया है। इसके अलावा चेतन सिंह और बहनोई रोहित तिवारी के नाम से निवेश की जानकारी पता चली है। ईडी की टीम जांच में जुटी है। चेतन ने साल 2012 में अविरल कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाई थी। शरद जायसवाल डायरेक्टर और रोहित तिवारी एडिशनल डायरेक्टर बनाए गए।
नकदी भरी कार कॉलोनी से निकली थी
इधर, सौरभ शर्मा के ठिकानों पर कार्रवाई में अनदेखी का मामला सामने आया है। 19 दिसंबर को सुबह 6 बजे लोकायुक्त पुलिस टीम ने सौरभ शर्मा के ई-7 मकान में कार्रवाई की। इस दौरान ही 54 किलो गोल्ड और 10 करोड़ कैश से भरी इनोवा कार कॉलोनी से निकली थी।
बताया जा रहा है कि कार ई-7 से निकली थी। छापों के बाद कार गुरुवार देर रात मेंडोरी के एक फार्म हाउस में मिली थी। यह सौरभ के सहयोगी चेतन सिंह गौर की थी। जानकारी के अनुसार, गाड़ी को प्यारे नाम का युवक चला रहा था। उसकी मोबाइल लोकेशन छापे के दौरान अरेरा कॉलोनी में थीं। फिलहाल वह फरार चल रहा है।
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