रिपोर्ट- बुन्देल गुर्जर
Ashoknagar Farmer Holiday Day Slot MSP: एमपी में सरकार सोयाबीन की खरीदी समर्थन मुल्य पर कर रही है। वहीं अशोकनगर के कोलुआ गांव के किसान को क्रिसमस के दिन का स्लॉट दे दिया गया। लेकिन जब किसान अपनी सोयाबीन की फसल तुलवाने के लिए पहुंचा तो मंडी समिति ने अचानक छुट्टी की बात कहते हुए तुलाई से मना कर दिया। जिसके चलते किसान आक्रोशित हुआ और सड़क पर चक्का जाम कर दिया। किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ सड़क पर बैठ गए और करीब एक घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के प्रदर्शन के बाद पुलिस और मंडी सचिव ने पहुंचकर किसानों को समझाया और जाम खुलवाया।
तुलाई का स्लॉट होने के बावजूद नहीं हुई खरीदारी
किसानों को समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की तुलाई के लिए 25 दिसंबर का स्लॉट दिया गया था। किसान एक दिन पहले से ही अपनी उपज लेकर खरीदी केंद्र पर पहुंच गए थे। लेकिन आज केंद्र पर पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि आज छुट्टी है और कोई तुलाई नहीं होगी। बता दें किसान को 16 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच किसी भी तारीख में फसल लाने का समय स्लॉट में दिया गया था। खरीद केंद्र में लाइन में लगने के बाद 25 दिसंबर को जब तुलाई की बारी आई तो मंडी समिति ने छुट्टी की बात कहते हुए तोल से मना कर दिया।
प्रदर्शन के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारी
चक्का जाम की जानकारी मिलने पर देहात थाना प्रभारी रवि प्रताप सिंह चौहान दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों से चर्चा कर समस्या का समाधान निकालने का आश्वासन दिया। इसके बाद कृषि उपज मंडी के सचिव भागीरथ अहिरवार भी पहुंचे और किसानों को तुलाई जल्द शुरू कराने का भरोसा दिलाया।
आश्वासन के बाद खुला जाम
अधिकारियों की पहल और तुलाई कराने के आश्वासन के बाद किसानों ने सड़क खाली की। चक्का जाम समाप्त होने के बाद सड़क पर यातायात बहाल हो सका। प्रशासन ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि उनकी फसल की खरीदारी जल्द की जाएगी।
छुट्टी के दिन का स्लॉट देने पर उठे सवाल
किसानों ने आरोप लगाया कि जब छुट्टी का निर्णय पहले से लिया गया था, तो 25 दिसंबर का स्लॉट क्यों दिया गया? किसानों का कहना है कि छुट्टी के बावजूद तुलाई का स्लॉट देने से उनकी फसल खरीदारी में देरी हुई और उनका समय बर्बाद हुआ। किसानों ने मांग की है कि छुट्टी के दिन स्लॉट देने की बजाय तुलाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।