Tulsi Plant Vastu Tips: हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का अपना महत्व है। इसके बिना हिन्दू धर्म में भोग और पूजन अधूरा माना जाता है। 25 दिसंबर का दिन तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
ऐसे में चलिए जानते हैं कि तुलसी के पौधे से जुड़े कुछ वास्तु के उपाय (Vastu ke Upay) हैं जिन्हें करके आप आर्थिक तंगी से मुक्ति पा सकते हैं।
साथ ही जानेंगे तुलसी जी की स्तुति (Tulsi ji ki Stuti) क्या है, तुलसी पूजा के नियम (Tulsi Puja ke Niyam Kya hain) क्या हैं।
तुलसी की जड़ का उपाय
वास्तु में घर में समृद्धि के लिए मुख्य द्वार की भूमिका अहम होती है। हर कोई चाहता है कि उसके जीवन से कंगाली दूर हो साथ ही उनपर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे।
ऐसे में यदि आप भी सुख-समृद्धि के साथ मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं तो वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के अनुसार एक खास उपाय है जिसमें एक खास पौधे की जड़ को मुख्य द्वार पर बांधने से आपको लाभ हो सकता है।
चलिए जानते हैं ज्योतिषाचार्य के अनुसार वास्तु में कौन सा है वो खास पौधा।
नकारात्मक एनर्जी दूर करने के वास्तु टिप्स -Tulsi Vastu Tips For Money
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) और धर्म शास्त्र (Dharam Shastra) में तुलसी के पौधे को बेहद खास माना जाता है। धार्मिक ग्रंथो के अनुसार पूजा में तुलसी के पौधे (Tulsi Plant) के बिना भगवान की पूजा अधूरी मानी जाती हैं।
साथ ही ऐसी भी मान्यता है तुलसी का पौधा लगाने से घर से नकारात्मक एनर्जी बाहर चली जाती है।
इसलिए वास्तु टिप्स (Vastu) के अनुसार यदि घर के मुख्य द्वार पर तुलसी के पौधे की जड़ बांध दी जाए, तो इससे परिवार में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही साथ मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) की कृपा बनी रहती है।
मेन गेट पर तुलसी की जड़ बांधने का तरीका क्या है-Tulsi Vastu Tips For Money
ऐसा माना जाता है यदि आपके घर में तुलसी का पौधा सूख जाए तो उसकी जड़ निकालकर घर के मुख्य द्वार पर बांधी जा सकती है। पर यदि जड़ सूखी नहीं है तो गमले या बगीचे में लगे हुए तुलसी के पौधे से हाथ जोड़ एकादशी, रविवार और बुधवार को छोड़कर किसी भी दिन तोड़ा जा सकता है। इसके बाद उसे एक लाल कपड़े (Lal Kapda) में बांध लें। इसके बाद इसे कपड़े में लिपटी जड़ को घर के मुख्य द्वार (Home Main Gate) पर लाल रंग के कलावा से बांधा जा सकता है।
तुलसी की जड़ तोड़ते समय रखें ध्यान -Tulsi Vastu Tips For Money:
अगर आप गमले में लगे तुलसी के पौधे की जड़ (Tulsi Plant Root) को उखाड़ रहे हैं तो ध्यान रखें कि जड़ उखाड़ते समय तुलसी का पौधा सूख न जाए।
तुलसी पूजन दिवस पर पूजा का तरीका (Tulsi Puja Kaise Kare)
तुलसी पूजन दिवस के दिन सुबह जल्दी उठकर तुलसी के पौधे को जल चढ़ाएं। इसके बाद पौधे के सामने घी का दीपक जरूर जलाएं। इसी के साथ ही चंदन, अक्षत, रोली इत्यादि चीजें अर्पित करें। इसके बाद तुलसी के पौधे की विषम संख्या में 7, 11, 21 या 111 बार परिक्रमा करें।
इसके बाद तुलसी माता की आरती करें।
इस विधि से यदि पूजा करते हैं तो घर में सदैव बरकत बनी रहेगी।
तुलसी जी की पूजा के मंत्र (Tulsi Puja Mantra)
ॐ श्री तुलस्यै विद्महे। विष्णु प्रियायै धीमहि। तन्नो वृंदा प्रचोदयात।।
तुलसी जी की स्तुति क्या है (Tulsi Stuti)
तुलसि श्रीसखि शुभे पापहारिणि पुण्यदे ।
नमस्ते नारदनुते नारायणमनःप्रिये ॥ १॥
मनः प्रसादजननि सुखसौभाग्यदायिनि ।
आधिव्याधिहरे देवि तुलसि त्वां नमाम्यहम् ॥ २॥
यन्मूले सर्वतीर्थानि यन्मध्ये सर्वदेवताः ।
यदग्रे सर्व वेदाश्च तुलसि त्वां नमाम्यहम् ॥ ३॥
अमृतां सर्वकल्याणीं शोकसन्तापनाशिनीम् ।
आधिव्याधिहरीं नॄणां तुलसि त्वां नम्राम्यहम् ॥ ४॥
देवैस्त्चं निर्मिता पूर्वं अर्चितासि मुनीश्वरैः ।
नमो नमस्ते तुलसि पापं हर हरिप्रिये ॥ ५॥
सौभाग्यं सन्ततिं देवि धनं धान्यं च सर्वदा ।
आरोग्यं शोकशमनं कुरु मे माधवप्रिये ॥ ६॥
तुलसी पातु मां नित्यं सर्वापद्भयोऽपि सर्वदा ।
कीर्तिताऽपि स्मृता वाऽपि पवित्रयति मानवम् ॥ ७॥
या दृष्टा निखिलाघसङ्घशमनी स्पृष्टा वपुःपावनी
रोगाणामभिवन्दिता निरसनी सिक्ताऽन्तकत्रासिनी ।
प्रत्यासत्तिविधायिनी भगवतः कृष्णस्य संरोपिता
न्यस्ता तच्चरणे विमुक्तिफलदा तस्यै तुलस्यै नमः ॥ ८॥
नोट: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।