UP Kanpur Mandir: कानपुर के हीरामन का पुरवा पेंचबाग क्षेत्र में करीब 200 मीटर की दूरी पर स्थित तीन मंदिरों को कब्जामुक्त कराया गया। इनमें एक शिव मंदिर और दो हनुमान मंदिर शामिल हैं। इन मंदिरों को सनातन मठ मंदिर रक्षा समिति के पदाधिकारियों की मौजूदगी में गुरुवार को खाली कराया गया। मंदिरों की साफ-सफाई के दौरान पुलिस बल तैनात रहा। अब जल्द ही इन मंदिरों में पूजा-पाठ शुरू किया जाएगा।
125 से अधिक मंदिरों पर कब्जे का दावा
सनातन मठ मंदिर रक्षा समिति के जिलाध्यक्ष उमेश तिवारी उर्फ डब्बू का कहना है कि कानपुर के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में 125 से ज्यादा मंदिरों (UP Kanpur Mandir) पर अवैध कब्जे किए गए हैं। इन मंदिरों को तोड़कर दुकानें खोल दी गई हैं, जबकि कई मंदिर खंडित अवस्था में हैं। संगठन ने अब तक 35 ऐसे मंदिरों की पहचान की है, जिन्हें कब्जामुक्त कराया जा चुका है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
बेकनगंज थाना क्षेत्र में स्थित इन मंदिरों पर कब्जे के खिलाफ पुलिस कमिश्नर और डीएम को शिकायत दी गई थी। जांच में कब्जे की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। संगठन के पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार द्विवेदी, उपाध्यक्ष सुधीर चंद्र द्विवेदी, महामंत्री प्रेम कुमार दीक्षित, कोषाध्यक्ष हरी कृष्ण शुक्ला और अन्य सदस्यों की मौजूदगी में मंदिरों की सफाई और पुनर्स्थापना की प्रक्रिया शुरू की गई।
खंडित मूर्तियों की मरम्मत और पुनर्स्थापना
मंदिरों (UP Kanpur Mandir) की खंडित मूर्तियों को देखकर संगठन ने चिंता जाहिर की। मंदिरों की हालत जर्जर है, लेकिन इन्हें पुनर्स्थापित करने और पूजा-पाठ शुरू करने का निर्णय लिया गया है। जिलाध्यक्ष उमेश तिवारी का कहना है कि मंदिरों का रखरखाव और मूर्तियों की मरम्मत जल्द पूरी की जाएगी।
कड़ी मशक्कत से चल रहा अभियान
संगठन ने आरटीआई के जरिए जानकारी प्राप्त की है कि कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के जोन-1 क्षेत्र में 325 से अधिक मंदिर हैं, जिनमें से 125 पर अवैध कब्जे किए गए हैं। इनमें अधिकतर मंदिर हनुमान और शिव के हैं। संगठन का दावा है कि इन मंदिरों को कब्जामुक्त कराने के लिए अभियान तेज किया जाएगा।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की मांग
इस घटना ने धार्मिक स्थलों (UP Kanpur Mandir) की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सनातन मठ मंदिर रक्षा समिति ने प्रशासन से इन मंदिरों की देखरेख के लिए ठोस कदम उठाने और अवैध कब्जों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, स्थानीय समुदाय से अपील की है कि वे धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने में सहयोग करें।
कानपुर में धार्मिक स्थलों पर अवैध कब्जों का मुद्दा न केवल सांस्कृतिक धरोहर को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि सामाजिक तनाव को भी जन्म दे सकता है। प्रशासन और समाज को मिलकर इन समस्याओं का समाधान निकालने की आवश्यकता है।
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