रिपोर्ट – अर्जुन कुमार मौर्य
Maharajganj Girl Case: उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां जिस गुमशुदा बेटी की हत्या के आरोप में पिता और भाई ने करीब 14 महीने जेल में बिताए वो बेटी बिहार के बगहा में जिंदा मिली। जिन लोगों पर लड़की के अपहरण करने का आरोप था, पुलिस विवेचना में वे बरी हो चुके हैं। पुलिस और दबंगों के डर से सहमा परिवार अब भी सामने आने का साहस नहीं जुटा पा रहा है।
डेढ़ साल पुराना मामला
तकरीबन डेढ़ साल पुराना ये मामला घुघली थाने के पोखर भिंडा गांव का है। 21 जून 2023 को यहां के संजय दुसाध की बेटी गांव के ही एक व्यक्ति के घर काम करने गई थी, लेकिन घर नहीं लौटी। पिता ने गांव के ही 3 लोगों के खिलाफ बेटी को अगवा करने का मुकदमा दर्ज कराया। जिसके बाद विवेचना के दौरान पुलिस को निचलौल नहर से एक लड़की का शव मिला। उसे संजय की लापता बेटी बताते हुए पुलिस ने पिता और भाई पर ही हत्या का आरोप तय कर दोनों को जेल भेज दिया। जिन लोगों के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज था, पुलिस ने उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया। पुलिस की केस डायरी में इसका जिक्र है।
4 अक्टूबर को जमानत पर बाहर आए पिता और बेटा
बेटी की हत्या के आरोप में जेल में बंद पिता और भाई को हाईकोर्ट से बीते 4 अक्तूबर को जमानत मिली। 14 महीने 7 दिन बाद दोनों जेल से बाहर आए और बेटी की खोजबीन शुरू की। इस दौरान पता चला कि किशोरी बिहार के पश्चिमी चंपारण जिला के कैलाश नगर बगहा में है। पिता और भाई बेटी को वहां से घर लाए। 17 दिसंबर को जिला जज के कोर्ट में किशोरी शपथ पत्र के साथ पेश हुई और बयान दर्ज कराया। बताया कि वह जिंदा है।
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न्याय की गुहार
पिता ने इस मामले में अपने और बेटे के ऊपर दर्ज हत्या का केस खत्म कर मामले की गहनता से जांच की मांग के लिए न्याय की गुहार की लगाई है। अधिवक्ता सोमनाथ चौरसिया का कहना है कि पुलिस ने पिता से जबरन शिनाख्त कराई। जिसका खामियाजा बेकसूर पिता-पुत्र को उठाना पड़ा।
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