CM Mohan Yadav Government 1 Year: डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री के तौर पर आज (शुक्रवार) एक साल पूरे हो गए। 13 दिसंबर 2023 को मोहन यादव ने सीएम पद की शपथ ली थी। मोहन सरकार का पहला साल चुनौतियों और अवसरों का मिश्रण रहा है। 18 सालों से प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित रहे लोकप्रिय चेहरे शिवराज सिंह चौहान की जगह, जब मोहन यादव को प्रदेश का नेतृत्व दिया गया तो उनके सामने प्रशासनिक स्थिरता से लेकर सरकार चलाने के लिए लाड़ली बहना जैसी लोकप्रिय योजनाओं को जारी रखना।
मंत्रीमंडल के गठन में संतुलन रखना, संगठन और हाईकमान हर जगह संतुलन बनाए रखने की तमाम चुनौतियां थीं। सीएम मोहन यादव ने इन सभी चुनौतियों को इतनी बारीकी से पूरा किया, जैसे इसी के लिए उन्हें सालों से तैयार किया गया हो।
उज्जैन का मिथक तोड़ा
उज्जैन में सालों से एक मिथक था कि कोई भी राजा यहां रात को नहीं रुक सकता। इस कारण कोई भी नेता यहां रात को रुकता नहीं था। कहा जाता है कि यहां के राजा बाबा महाकाल है। इसके पीछे तर्क है कि एक शहर में दो राजा नहीं ठहर सकते हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मिथक को तोड़ दिया। उन्होंने उज्जैन में रात्रि में विश्राम किया, जो सीएम के लिए एक अप्रचलित कदम था। वे परंपराओं से हटकर सोचने वाले नेता के रूप में उभरे। इसके अलावा, सीएम बनने के बाद उन्होंने प्रभारी मंत्री का कार्य भी खुद लिया, जो एक नई पहल है।
दस से ज्यादा गाय पालने वालों को मिलेगा अनुदान
राज्य में पशुपालन और गायों की सेवा के लिए सरकार ने बड़े फैसले लिए। मोहन सरकार उन पशुपालकों को अनुदान प्रदान करेगी, जो दस गायों से अधिक पालते हैं। यह कदम दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। मोहन सरकार ने अच्छी नस्ल की बछिया बेचने का फैसला भी लिया है। गो पालकों को भ्रूण प्रत्यारोप और आईवीएफ से पैदा हुई बछिया उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार द्वारा साहिवाल, गिर, थारपारक और कांकरेज नस्लों की बछिया बेची जाएगी।
यह भी पढ़ें: प्रशासनिक सर्जरी पर CM मोहन की दो टूक, काम नहीं करने वाले अधिकारी रातों-रात हटेंगे, इन सवालों के भी दिए बेबाक जवाब
एमपी में होगा कृष्ण पथ का निर्माण
मोहन सरकार ने राम वनगमन पथ की तर्ज पर श्रीकृष्ण पाथेय बनाने का फैसला किया है। राज्य में भगवान कृष्ण के पग किन स्थानों पर पड़े थे। यह जानने के लिए शोध किया जाएगा। इन सब कामों के लिए कृष्ण पाथेय न्यास की स्थापना की जाएगी। इस न्यास में एक शासकीय और पांच अशासकीय समेत 28 सदस्य होंगे।
सिंहस्थ की भूमि पर स्थायी आश्रम बनाने की घोषणा
उज्जैन सिंहस्थ को देखते हुए उज्जैन के विकास को नया स्वरूप देने के लिए सरकार ने एक और बड़ी घोषणा की है। सिंहस्थ की भूमि पर स्थायी रूप से साधु, संत और महामंडलेश्वर के आश्रम बनेंगे। यह निर्णय धार्मिक मानचित्र पर उज्जैन की उपस्थिति और मजबूत करेगा।
रीजनल इंजस्ट्रीज कॉन्क्लेव से खुले रोजगार के द्वार
राज्य में औद्योगिक विकास को गति देने और निवेश बढ़ाने के लिए आयोजित रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव से रोजगार के दरवाजे खुलेंगे। अब तक चार लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। एक लाख रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग में 46,491 पदों मंजूर किए गए हैं। पांच साल में ढाई लाख सरकारी नौकरियां उपलब्ध कराई जाएंगी।