CM Mohan Yadav Interview: मध्यप्रदेश की मोहन सरकार को 13 दिसंबर को एक साल हो गया है। इस अवसर पर बंसल न्यूज ने मुख्यमंत्री मोहन यादव का इंटरव्यू लिया। सीएम यादव ने पर्यटन, सरकार का रोड मैप, किसान, महिला, युवा और गरीब वर्ग के सवालों पर जवाब दिए।
सवाल- सरकार का रोड मैप क्या है?
मुख्यमंत्री मोहन यादव- देखिए हमारा काम है सरकार द्वारा अपनी व्यवस्थाओं के माध्यम से समाज में एक आदर्श बनाना। स्वाभाविक रूप से ऐसी व्यवस्थाओं के माध्यम से समाज और लोगों में एक सकारात्मक संदेश भी जाता है। हमें भी प्रेरणा मिलती है और हम ये सिर्फ यहीं नहीं कर रहे हैं, जब हमने बहनों के लिए लाड़ली बहना योजना या हमारे सारे त्यौहार शुरू किए हैं, हमने पूरा महा रक्षा बंधन का आयोजन किया है। हम मकर संक्रांति के चार-पांच दिन का पूरा त्यौहार महिला सशक्तिकरण के लिए मना रहे हैं।
सवाल- ऐसा क्या है जो आपको प्रेरित करता है?
मुख्यमंत्री मोहन यादव- हम भी समाज में हैं। सरकार से हमारा रिश्ता है, लेकिन आखिरकार हमने इसी व्यवस्था के भीतर काम करने की शपथ ली और अगर हम मुखिया बनते हैं, तो इसका असर बाकी समाज पर भी पड़ता है। हमें इससे सीखने को मिलता है। हमें इस बात का संतोष भी है कि हम इसी तरीके से आगे बढ़ेंगे। हमें बढ़ना है जिसमें हम अपना सर्वश्रेष्ठ कर सकें और हमें इन व्यक्तिगत दुख-सुख की व्यवस्थाओं से बाहर आना है। सरकारी व्यवस्थाओं में इन सबके लिए कोई जगह नहीं है।
सवाल- आप यह कैसे करेंगे कि जनप्रतिनिधि भी खुश रहें और उन्हें पूरी ऊर्जा के साथ काम करने का मौका मिले?
मुख्यमंत्री मोहन यादव- सकारात्मक माहौल बनाना ज्यादा जरूरी है। स्वाभाविक है कि हमारे अधिकारी भी सतर्कता के साथ काम करें। समाज में सुशासन स्थापित होना चाहिए और मैं इस बात का पक्षधर हूं कि जितनी बड़ी जिम्मेदारी हो, उसे उतनी ही सावधानी से निभाने की जरूरत होती है। मैं इस बात का पक्षधर हूं। इस बात से संतोष होता है कि मैं उन लोगों को प्रोत्साहित करता हूं जो समाज में सुशासन स्थापित करना चाहते हैं।
सवाल- जनवरी के बाद कोई नई प्रशासनिक सर्जरी देखने को मिलेगी?
मुख्यमंत्री मोहन यादव- मैं जनवरी तक इंतजार नहीं करता। अगर काम नहीं करोगे तो रात नहीं देख पाओगे। अगर काम करोगे तो लंबे समय तक काम करो। काम हमारे लिए पूजा है। काम में आपको कोई छूट नहीं मिलेगी। पहचान काम के आधार पर बनती है।
सवाल- किसान के मोर्चे पर एक खाद, दूसरी बिजली व्यवस्था और तीसरी पानी की व्यवस्था से निपटने के लिए व्यवस्थाएं हैं?
मुख्यमंत्री मोहन यादव- हमारी सरकार के चार स्तंभ किसान, महिला, युवा और गरीब हैं। हम चारों क्षेत्रों में समान रूप से काम कर रहे हैं। जहां भी कोई अव्यवस्था है, हम उस पर भी ध्यान दे रहे हैं। बिजली-पानी की समुचित व्यवस्था करने में लगे हुए हैं।
प्रदेश में कृषि उत्पादन दर के अधिकतम स्तर पर पहुंच गए हैं। अभी पशुपालन के माध्यम से दूध उत्पादन की बहुत संभावनाएं हैं। ऐसी स्थिति में हम पशुपालन को बढ़ावा देकर और दूध की उपलब्धता बढ़ाकर अपने किसानों की आय बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ एमओयू भी किया है।
सवाल- विदेश यात्रा से निवेश के लिए क्या ठोस निकलकर आया है?
मुख्यमंत्री मोहन यादव- हमारी चुनौती सबको रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की है। हम इस मामले में आगे बढ़ रहे हैं, चाहे वो आईटी सेक्टर हो, शिक्षा सेक्टर हो, स्वास्थ्य सेक्टर हो, विभिन्न प्रकार के औद्योगिकीकरण हो। आने वाले समय में फरवरी में हमारा ग्लोबल निवेशक होगा। उसके बाद ग्लोबल, हम जिला केंद्रों के अंदर भी करेंगे। जहां-जहां ऐसी संभावना है, वहां-वहां जिले में जाने की योजना है। हम जिले से नीचे तहसील तक जाएंगे।