(रिपोर्ट: नितिन सिंह सौलंकी)
Sheopur News: श्योपुर जिला किसानों का क्षेत्र कहा जाता है। जिले में धान की फसल बेहतर तरीके से होती है। धान का कटोरा कह जाने वाले श्योपुर में किसान काफी परेशान है। कृषि मंडी में लंबी लाइन लगाकर धान को बेचने के लिए बैठे हुए हैं।
किसानों को नहीं मिल रहा उचित दाम
धान को बेचने के दौरान किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है। अन्नदाताओं को फसल की अच्छ कीमत नहीं मिल रहा है। गांव सौभाग्यपुरा के किसान ओमप्रकाश ने बसंल न्यूज से बातचीत में कहा कि धान तो हमारा अच्छी क्वालिटी में हुआ है, लेकिन पैसा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने जो पैसे बढ़ाए हैं, वह हमको मिलना चाहिए। इसमें भी काफी समस्याएं आ रही है।’
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फसल के दाम बढ़ने चाहिए
किसान जगदीश गुर्जर ने कहा, ‘इस बार धान का भाव बहुत कम आ रहा है। व्यापारी हमारा धन बहुत कम भाव में खरीद रहे हैं।’ किसानों ने व्यापारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि व्यापारी माल को सही भाव नहीं लग रहे हैं। मंडी अध्यक्ष को भी यहां पर ध्यान देना चाहिए। मंडी की पर्ची के आधार पर ही किसानों की फसल को तोला जाए। फसल के दाम न बढ़ने से काफी दिक्कत आ रही है।
1400 केंद्रों पर चल रही खरीद
राज्य सरकार सोयाबीन किसानों की उपज खरीद MSP पर करने का ऐलान कर चुकी है। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीद के लिए 25 अक्टूबर की डेट तय की थी। फसल बिक्री के लिए 1400 से अधिक खरीद केंद्र बनाए गए हैं।
किसानों को उपज का भुगतान 48 घंटे के अंदर उनके अकाउंट में भेजने के निर्देश दिए गए हैं। 31 दिसंबर तक सोयाबीन की खरीद चलेगी। किसानों से 4892 रुपये प्रति क्विंटल पर सोयाबीन की खरीदी की जा रही है।
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