CM Mohan Yadav DAP Khaad: यूके और जर्मनी की यात्रा से लौटने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम हाउस में खाद वितरण व्यवस्था पर बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति है। जहां वितरण केंद्रों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता हो, वहां तुरंत आवश्यक कदम उठाए जाएं। इसके अलावा, किसानों को कोदो-कुटकी के उत्पादन के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए।
सोशल मीडिया की शिकायतों पर भी लें एक्शन
जिन स्थानों से खाद वितरण को लेकर शिकायतें आ रही हैं, वहां दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। सोशल मीडिया और अन्य स्रोतों से प्राप्त शिकायतों पर संबंधित विभागों और एजेंसियों के अधिकारी तुरंत कार्रवाई करें और शिकायतों का समाधान करें।
अधिकारी बोले 71 एफआईआर दर्ज की
अधिकारियों ने बैठक में मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश में उर्वरकों के अवैध भंडारण, अवैध परिवहन और कालाबाजारी के 71 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश को किसानों की आवश्यकता के अनुसार लगातार उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में पिछले साल 470 उर्वरक विक्रय केंद्र थे, जबकि वर्तमान में 761 विक्रय केंद्र और काउंटर्स के माध्यम से वितरण किया जा रहा है। विपणन संघ, मार्केटिंग सोसायटी और एमपी एग्रो इन केंद्रों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित कर रहे हैं। इसके साथ ही, गुणवत्ता नियंत्रण के तहत 10,000 से अधिक सैंपल की जांच की गई और 45 लाइसेंस निलंबित किए गए हैं।
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1 हफ्ते में 11 एफआईआर दर्ज हुईं
खाद वितरण व्यवस्था में गड़बड़ी करने वाले दोषियों के खिलाफ पिछले सात दिनों में 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इस सीजन में कुल 71 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से 27 उर्वरक के अवैध भंडारण, 17 अवैध विक्रय, 10 कालाबाजारी, 7 अवैध परिवहन, 5 अमानक उर्वरक, 3 पीओएस मशीन से विक्रय न करने और 2 नकली उर्वरक के विक्रय पर दर्ज की गई हैं। प्रदेशभर में यह कार्रवाई लगातार जारी है।