Harbhajan Singh Death: मध्य प्रदेश के चर्चित हनीट्रैप कांड के फरियादी और इंदौर नगर निगम के पूर्व सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह का निधन हो गया है। आपको बता दें इनका शव रीवा स्थित पैतृक घर के कमरे में मिला।
रीवा पुलिस से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उनकी मौत संभवतः दिल का दौरा पड़ने (हार्ट अटैक) से हुई। जानकारी मिलने के बाद पड़ोसियों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
घटना की जानकारी उनकी पत्नी को मिली, जो अपने बेटे के साथ दूसरे शहर में रहती हैं। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके। इस मामले की जांच जारी है।
इंदौरः पूर्व सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह की मौत, रीवा पुलिस का दावा- हार्टअटैक से हुई हरभजन की मौत#Indore #HarbhajanSinghdeath #RewaPolice #Harbhajandeath #mpnews pic.twitter.com/LpwWCc17UW
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) November 29, 2024
बहुचर्चित हनी ट्रैप कांड में फरियादी थे हरभजन सिंह
हरभजन सिंह की शिकायत पर मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप कांड का खुलासा हुआ था। इंदौर पुलिस ने इस मामले में चार महिलाओं को गिरफ्तार किया था।
हरभजन सिंह ने अपनी शिकायत में बताया था कि महिलाएं उन्हें वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए ब्लैकमेल कर रही थीं। पुलिस ने जांच के दौरान भोपाल और इंदौर से 4 महिलाओं को गिरफ्तार किया, जिससे राज्य के सबसे बड़े हनीट्रैप कांड का पर्दाफाश हुआ।
यह मामला लंबे समय तक सुर्खियों में रहा और पुलिस की कार्रवाई के चलते राज्य में काफी चर्चा का विषय बना।
हरभजन हुए थे निलंबित
हनीट्रैप कांड के खुलासे के बाद, एक आरोपी महिला ने हरभजन सिंह के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने हरभजन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया।
इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया और उनका मुख्यालय रीवा स्थानांतरित कर दिया गया। निलंबन के बाद हरभजन सिंह कुछ समय तक इंदौर के ग्रेटर कैलाश मार्ग पर रहे।
बाद में उन्होंने रीवा स्थित अपने पैतृक निवास पर रहना शुरू कर दिया था, जहां उनकी हाल ही में मौत हो गई। उनका जीवन हनीट्रैप कांड के बाद विवादों और कानूनी मामलों के कारण काफी चर्चा में रहा।
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2 बदमाशों पर 1 रुपए का इनाम: जानें इंदौर पुलिस ने क्यों किया ऐसा काम, दोनों कितने बड़े अपराधी?
मध्य प्रदेश के शहर इंदौर की पुलिस ने दो फरार बदमाशों पर 1 रुपए का इनाम घोषित करते हुए पोस्टर जारी किए हैं।
इसके साथ ही यह आश्वासन भी दिया है कि अपराधियों के बारे में जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। आपको बता दें एक सप्ताह पहले ‘माली हत्याकांड’ के गवाह को धमकाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जबकि उसका एक साथी अब भी फरार है।
पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। इसके अलावा सदर बाजार में हाल ही में चाकूबाजी करने वाले एक अन्य गुंडे पर भी 1 रुपए का इनाम घोषित किया गया है। पढ़ें पूरी खबर……….