Jagdalpur News: कांग्रेस के पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बैलेट पेपर से मतदान की मांग उठाई है। लखमा ने कहा कि ईवीएम से आगामी विधानसभा चुनाव हुआ तो पार्टी इलेक्शन नहीं लड़ेगी।
हाईकमान तय करेगी चुनाव लड़ना है या नहीं
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस गठबंधन सहयोगियों से बात करेगी और आंदोलन किया जाएगा। चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए।’ लखमा के बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि ईवीएम से चुनाव लड़ना है या नहीं हाई कमान तय करेगी। कवासी लखमा हमारे वरिष्ठ नेता है। हाईकमान का फैसला हमें मानना पड़ेगा।
बैलेट पेपर से चुनाव की उठी मांग
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को तालकटोरा स्टेडियम में बैलेट पेपर से इलेक्शन के लिए देशव्यापी अभियान चलाने का ऐलान किया। खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाति जनगणना से डरते हैं। उन्हें डर है सभी वर्ग हिस्सा मांगेंगे। उन्होंने ये बात संविधान रक्षक अभियान कार्यक्रम के दौरान कही।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में NDA ने जीत दर्ज की है। इस इलेक्शन का गौतम अदाणी से लेना-देना है, क्योंकि उनकी संपत्ति दांव पर लगी है।’ मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सभी को एकसाथ होकर आगे बढ़ना होगा। सभी को बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग उठानी चाहिए। बीजेपी को EVM अपने पास रखने दें।
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ईवीएम से छेड़छाड़ हुई, याचिका खारिज
इधर, सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम से छेड़छाड़ की संभावनाओं के चलते इलेक्शन बैलेट पेपर से कराए जाने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका पर असहमति जताई है। न्यायाधिश विक्रमनाथ और न्यायाधिश पीबी वराले की पीठ ने मंगलवार को खारिज कर दी है।
यह याचिका समाजसेवी डॉक्टर केए पॉल द्वारा लगाई गई है। जस्टिस विक्रमनाथ ने कहा कि जब चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी जैसे बड़े नेता चुनाव हार जाते हैं तो कहते हैं कि ईवीएम से छेड़खानी हुई है।
जब वे चुनाव जीत जाते हैं तो अपनी पिछली बातों को भूल जाते हैं। अदालत ने कहा कि ईवीएम ने बूथ कैप्चरिंग और फर्जी वोटिंग की परेशानी को खत्म किया है।