Rahul Gandhi News: संविधान के मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया। हालांकि जैसे ही नेता प्रतिपक्ष ने बोलना शुरू किया, तभी उनका माइक अचानक बंद हो गया, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी।
बता दें कि राहुल गांधी संसद में कई बार उनका माइक बंद करने का आरोप भी लगा चुके हैं। अब उनकी ही पार्टी के कार्यक्रम में माइक बंद होने पर मुस्कुराते हुए नजर आए।
कांग्रेस नेता का माइक 6 मिनट बाद ऑन हुआ। उन्होंने कहा कि दलितों की बात करने वालों का माइक बंद होगा। अगर देश की जनगणना को देखें तो 15 फीसदी दलित, 15 फीसदी अल्पसंख्यक हैं। पिछड़े वर्ग के कितने हैं ये पता नहीं। हिंदुस्तान की 90 फीसदी आबादी इन्हीं कैटेगरी से है।
माइक बंद कर दो, बोलता रहूंगा
राहुल गांधी ने कहा, ‘जो देश में तीन हजार साल से दलितों और आदिवासियों की बात करता है, उसका माइक बंद हो जाता है। कई लोग आए, कहने लगे कि बैठ जाइए। मैंने उनसे कहा कि मैं खड़ा रहूंगा।
उन्होंने कहा कि संविधान एक किताब नहीं है, ये देश की हजारों वर्ष की सोच है। इसमें महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर, फुले जैसे महान लोगों की आवाज है, लेकिन वीर सावरकर की आवाज नहीं है। संविधान में नहीं लिखा कि हिंसा करना चाहिए।
जाति जनगणना के हिसाब से बनाएंगे पॉलिसी
कांग्रेस सांसद ने कहा कि बीजेपी-आरएसएस कुछ भी कर ले, हम जाति जनगणना और 50 प्रतिशत का बैरियर तोड़ेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि आपके सामने दीवार खड़ी है। उस दीवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ मजबूत करने जा रहे हैं। सबकुछ प्राइवेट किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘जिस दिन हमारी सरकार के पास डेटा आएगा। काम करने का तरीका बदल जाएगा। तेलंगाना में हमने काम शुरू कर दिया है। जाति जनगणना के परिणाम के आधार पर पॉलिसी बनेगी। भाजपा चाहती है कि 4 से 5 फीसदी लोग कि देश को कंट्रोल करें।’