Chhattisgarh Teachers Protest: छत्तीसगढ़ में सहायक शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लामबंद हो गए हैं। शिक्षकों की आज रायपुर में पदयात्रा है। सहायक शिक्षक वेतन विसंगति समेत अन्य मुद्दों पर पदयात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद शिक्षक संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी मंत्रालय में पहुंचकर ज्ञापन सौंपेंगे।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी द्वारा इंद्रावती भवन से महानदी (Chhattisgarh Teachers Protest) भवन मंत्रालय तक पदयात्रा निकाली जाएगी। इस पदयात्रा में जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष पैदल मार्च में शामिल होंगे। इसी के साथ ही वेतन विसंगति समेत पुरानी पेंशन सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा।
चार संघ से बना नया शिक्षक संघर्ष मोर्चा
प्रदेश में शिक्षकों के चार बड़े संघ का एक संगठन तैयार किया गया है। वह शिक्षक संघर्ष मोर्चा है। इसी के बैनर तले चरणबद्ध आंदोलन (Chhattisgarh Teachers Protest) किए जा रहे हैं। इसी के तहत आज 25 नवंबर को दोपहर 1 बजे इंद्रवती भवन से महानदी भवन तक पैदल मार्च निकाला जाएगा। जहां मंत्रालय में मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव, शिक्षा सचिव, वित्त सचिव को मांगो का ज्ञापन दिया जाएगा।
शिक्षकों की ये है प्रमुख मांगे
संघर्ष मोर्चा ने बताया कि प्रदेश में शिक्षकों (Chhattisgarh Teachers Protest) के लिए की गई मोदी की गारंटी लागू नहीं की गई है। इससे नाराजगी है। प्रदेश में बीजेपी के घोषणा पत्र में सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, लंबित मंहगाई भत्ता, एरियर्स राशि के भुगतान और अन्य समस्याओं के समाधान को लेकर वादा किया था। ये अभी तक अधूरे हैं।
प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा की गणना कर पूरी पुरानी पेंशन, कुल 20 वर्ष की सेवा में केंद्र के समान पेंशन दिए जाने ी मांग।
समतुल्य वेतनमान (पुनरीक्षित वेतनमान ) में सही वेतन का निर्धारण कर 1.86 के गुणांक पर वेतन निर्धारित किया जाए।
शिक्षक और कर्मचारियों को केंद्र के बराबर 1 जुलाई 2024 से 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता प्रदान किया जाए, जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ते के एरियर का समायोजन भी इसमें किया जाए।
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