Maharashtra Mahayuti CM: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आ गया है और राज्य में महायुति की सरकार बननी चय है। हालांकि महायुति गठबंधन से CM पद के उम्मीदवार की अभी तक घोषणा नहीं हुई है। विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है, इसलिए इससे पहले सरकार गठित होनी है। ऐसा न होने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ेगा।
इससे पहले ऐसी अटकलें हैं कि सरकार का चेहरा या मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार आज दिल्ली रवाना हो सकते हैं। भाजपा के शिर्ष नेताओं के साथ मीटिंग के बाद ही CM के नाम का ऐलान होगा।
26 नवंबर को हो सकता है शपथग्रहण
CM के नाम के ऐलान के बाद कल मुंबई, राजभवन में शपथग्रहण समारोह हो सकता है। CM शिंदे ने जीत के बाद कहा था कि चुनाव के पहले तय नहीं था कि जिसकी ज्यादा सीटें होंगी, उसका ही CM बनेगा।
बता दें इस चुनाव में दो बड़े गठबंधन चुनाव में सबसे अहम थे। ‘महायुति’ में भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार), जबकि ‘महा विकास अघाड़ी’ में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल हैं।
विधानसभा चुनाव में 149 सीटों पर लड़ने वाली भाजपा ने सबसे ज्यादा 132 सीटें जीती हैं। गठबंधन ने 288 सीटों में से रिकॉर्ड 230 सीटें जीतीं। भाजपा का स्ट्राइक रेट 88% रहा। वहीं कांग्रेस नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी (MVA) को सिर्फ 46 सीटें मिलीं।
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1 मुख्यमंत्री के अलावा 2 डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय
बता दें सूत्रों के मुताबिक, 1 मुख्यमंत्री और 2 डिप्टी CM का फॉर्मूला तय हुआ है। महायुति की पार्टियों (Maharashtra Mahayuti CM) में हर 6-7 विधायक पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला भी फाइनल हुआ है। इस हिसाब से भाजपा के 22-24, शिंदे गुट के10-12 और अजित गुट के 8-10 विधायक मंत्री बन सकते हैं।
इस बार नहीं बनेगा LoP
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बहुमत हासिल किया है। महाविकास अघाड़ी (MVA) को हार का मुंह देखना पड़ा है। महाराष्ट्र में छह दशकों में यह पहली बार होगा जब विधानसभा में कोई नेता प्रतिपक्ष (LoP) नहीं होगा।
दरअसल, विपक्ष में विधायकों की अपर्याप्त संख्या के कारण महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का कोई नेता नहीं होगा। नियमों के मुताबिक, नेता प्रतिपक्ष के लिए विपक्षी दल के पास विधानसभा निर्वाचित सदस्यों का 10 फीसदी होनी चाहिए।
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