Sambhal Jama Masjid Controversy: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद पर दोबारा सर्वे को लेकर हुए पर विवाद ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। सर्वे के दौरान नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए।
पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में बीस से अधिक पुलिस कर्मी और दो दर्जन लोग चोटिल हो गए। इसके अलावा वह एसपी को भी घायल बताया जा रहा है। दो लोगों की माैत की भी खबर है। इस दौरान भीड़ ने दस से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
कैसे हुए हालात बेकाबू?
संभल जामा मस्जिद (Sambhal Jama Masjid Controversy) में बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ना पड़ा। यहां अभी भी गलियों में जगह-जगह पथराव हो रहा है।
उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी है। डीएम और एसपी मौके पर मौजूद हैं। मुरादाबाद से डीआईजी मुनिराज जी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
दरअसल, सुबह 6.30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई।
पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। अचानक पथराव शुरू हो गया और पुलिस को भागना पड़ा।
29 नवंबर को सर्वेक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट कोर्ट में होगी पेश
मस्जिद के अंदर सुबह लगभग दो घंटे तक सर्वे चला। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया।
सर्वे पूरा होने के बाद टीम वहां से निकल गई। इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होनी है, जिसमें सर्वेक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी।
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कैसे हुई पूरी घटना?
रविवार सुबह कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ सर्वेक्षण टीम ने मस्जिद के अंदर सर्वे का कार्य शुरू किया। जैसे ही स्थानीय लोगों को सर्वे की जानकारी मिली। नाराज मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर जमा हो गए। भीड़ ने पुलिस को मस्जिद (Sambhal Jama Masjid Controversy) के अंदर जाने से रोकने की कोशिश की। पुलिस के समझाने पर भी लोग नहीं माने और हंगामा करने लगे।
आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई तय
पुलिस की एक टीम सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर निगरानी कर रही है। भड़काऊ या विवादित पोस्ट करने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि इस तरह की पोस्ट से अशांति फैल सकती है। इसलिए टीम को निगरानी पर लगाया हुआ है। एक मामला प्रकाश में आया था तो कार्रवाई की गई थी। इसी तरह लोगों को पाबंद भी करने की कार्रवाई जारी है।
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