Chattisgarh Sarkari Job: रायपुर में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्विद्यालय (रविवि) में शैक्षणिक पदों के लिए बड़ी भर्ती प्रक्रिया शुरूआत होने वाली है. विश्विद्यालय में जल्द ही 50 से ज्यादा प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर वैकेंसी जारी होगी.
इन पदों के लिए प्रस्ताव तैयार हो चुका है और इसे कार्यपरिषद में पेश किया जाएगा. कार्यपरिषद की बैठक इसे महीने में आयोजित की जाएगी, जिसके बाद दिसंबर के पहले सप्ताह में इस भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किए जाने की संभावना है.
कुछ महीने पहले रविवि में 60 शैक्षणिक पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई थी, जिसके तहत हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे. नए आवेदनों की जांच प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है, और अगले महीने तक पात्र और अपात्र उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा सकती है. रविवि में कुल 220 शैक्षणिक पद हैं, जिनमें से 129 पद अभी खाली हैं. नई वैकेंसी के बाद विश्वविद्यालय में अधिकांश पदों पर नियुक्तियां हो जाएंगी.
क्यों हो रही है भर्ती
रविवि में लगातार प्रोफेसर के रिटायर होने से कई विभागों में शैक्षणिक स्टाफ की कमी हो गई है. कुछ विभागों में एक या दो नियमित शिक्षक ही कार्यरत हैं, जबकि कई विभागों में अतिथि लेक्चरर के माध्यम से अध्ययन कार्य चल रहा है.
नए पदों के माध्यम से विश्विद्यालय को स्थिर और नियमित शैक्षणिक स्टाफ मिलेगा, जिससे पढ़ाई की क्वालिटी में सुधार होगा और रिसर्च काम को भी बढ़ावा मिलेगा.
इन सब्जेक्ट्स के लिए चाहिए अतिथि लेक्चरर
नई वैकेंसी में विभिन्न विषयों के लिए पद होंगे. इनमें प्रमुख विषयों में सोशियोलॉजी, हिस्ट्री, गणित, साइकोलाॅजी, हिंदी, कॉमर्स, समाज, सोशियोलॉजी, अर्कोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, इकोनॉमिक्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री, मनोविज्ञान, बायोटेक्नोलॉजी, फार्मेसी, कानून, भूगोल और एनवायरनमेंट जैसे विषय शामिल हैं. इसके अलावा, एनी कुछ विषयों के लिए आवेदन मंगाए जा सकते हैं.
क्या है आवेदन प्रक्रिया ?
पिछले साल सितंबर में रविवि में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 49 पदों पर वैकेंसी निकाली गई है, लेकिन बाद में पदों की संख्या बढ़ाकर 60 कर दी गई है.
अब इन पदों के लिए आवेदन मंगाए गए हैं और उम्मीदवारों की संख्या हजार से अधिक हो गई है. जांच प्रक्रिया में अब उमीदवारों की पात्रता जाँची जा रही है और अगले महीने पात्र-अपात्र की सूची जारी होने की संभावना है.
रविवि की यह भर्ती विश्विद्यालय में शैक्षणिक वातावरण को सशक्त करने का महत्वपूर्ण कदम है. इससे न केवल विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य को मजबूती मिलेगी, बल्कि शोध कार्य और शैक्षणिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी. नई वैकेंसी से छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त होगी. साथ ही विश्वविद्यालय के शैक्षिक मानकों में भी सुधार होगा.