Maharashtra Election 2024 Result: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की सरकार बनना तय है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी, शिवसेना शिंदे और NCP अजित पवार की जोड़ी ने मैदान मार लिया। अब महायुति की रणनीति के चर्चे हैं। महायुति गठबंधन की महाजीत की 5 वजह हम आपको बता रहे हैं।
शिंदे को मुख्यमंत्री बनाए रखना
बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाया, जिससे MVA की हालत कमजोर हो गई। शिंदे मराठा समुदाय से हैं और बीजेपी ने इस बात का फायदा उठाते हुए मराठा गर्व को बढ़ावा दिया। पार्टी ने यह भी संकेत दिया कि शिंदे फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं। जरांगेर पाटील के मराठा आंदोलन से MVA को उम्मीद थी, लेकिन बीजेपी की रणनीति ने उसे सफल नहीं होने दिया। शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) को कमजोर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आम लोगों ने उन्हें मराठा सम्मान का प्रतीक मान लिया, जबकि ठाकरे परिवार उनके लिए बाहरी हो गया।
लाड़की बहीण योजना ने किया काम
लाड़की बहीण योजना की रणनीति सफल रही। लोगों को लगता है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कारण उनके खातों में हर महीने पैसे आ रहे हैं। अगर वे फिर से सीएम बनते हैं, तो और अधिक पैसे मिलने की उम्मीद है। MVA के कई मुख्य वोटरों की महिलाओं ने महायुति को वोट दिया क्योंकि उन्हें पैसे मिलने लगे थे। इसी तरह चुनाव की घोषणा से कुछ दिन पहले कई टोल प्लाजा से टोल हटाना भी प्रभावी रहा।
हिंदू-मुस्लिम दोनों को साधा
महायुति गठबंधन ने हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण का सहारा लिया है, जिससे ये संदेश दिया गया कि वे एकजुट हैं। वहीं, NCP ने मुस्लिम उम्मीदवारों का समर्थन करके ये साफ किया कि वे मुसलमानों के खिलाफ नहीं हैं। चुनावों से पहले एकनाथ शिंदे की सरकार ने मदरसों के शिक्षकों की सैलरी बढ़ाकर गठबंधन का ये संदेश और मजबूत किया। इस तरह NCP और शिंदे शिवसेना को मुस्लिम वोटों का समर्थन मिलने की संभावना बढ़ रही है।
BJP की नई रणनीति
बीजेपी ने अपनी योजना में स्थानीय राजनीति को प्राथमिकता दी है। हरियाणा में पीएम नरेंद्र मोदी का प्रचार कम किया गया था और यही तरीका यहां भी अपनाया गया। स्थानीय नेताओं को प्रचार में प्रमुखता दी गई। इस बार महाराष्ट्र में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ सबसे अधिक रैलियां और सभाएं आयोजित की गईं।
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संघ और बीजेपी का डेडली कॉम्बिनेशन
बीजेपी के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ संबंध सुधारना फायदेमंद साबित हुआ। संघ के कार्यकर्ताओं ने भाजपा का संदेश हर घर तक पहुंचाया। वे लोगों से अपील कर रहे थे कि लोकसभा चुनाव के नतीजों से सबक लें और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को समर्थन दें। बैनर में भूमि जिहाद, लव जिहाद, धर्मांतरण, पत्थरबाजी और दंगों जैसे मुद्दों पर जानकारी दी जा रही थी।
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