MP Vijaypur by election win Congress Mukesh Malhotra: मध्य प्रदेश के उपचुनाव में कांग्रेस ने इतिहास रच दिया है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने बीजेपी के रामनिवास रावत को 7228 वोटों से हरा दिया है। सरकार में मंत्री पद होने के बाद भी रामनिवास रावत अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं।
विधायकी भी गई और मंत्री पद भी
रामनिवास रावत कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी सरकार में इन्हें वन एवं पर्यावरण मंत्री पद दिया गया था।
विजयपुर में उपचुनाव रावत के पार्टी बदलने के बाद इस्तीफे के कारण ही हो रहे थे। जनता ने दल बदल की राजनीति को नकार दिया।
आदिवासी वोट डायवर्ट नहीं कर सकी बीजेपी
विजयपुर में आदिवासी वोटबैंक सबसे महत्वपूर्ण माना जाता रहा है। मुकेश मल्होत्रा के पक्ष में ये वोट गए।
बीजेपी इन वोटों को डायवर्ट नहीं कर सकी। यहां के वोटर्स ने दलबदल की राजनीति को भी साफतौर पर नकार दिया।
रावत ने पार्टी छोड़ी, आदिवासियों ने उन्हें छोड़ दिया
इस सीट पर आदिवासी वोट बैंक निर्णायक भूमिका में माना जाता है। यहां जिस भी राजनीतिक दल को आदिवासी वर्ग का साथ मिलता है उसकी जीत तय हो जाती है।
विजयपुर में आमतौर पर कांग्रेस के साथ रहने वाला ये वोट बैंक रामनिवास की जीत की राह आसान करता था। इस बार रामनिवास रावत ने पार्टी छोड़ी तो आदिवासियों ने भी उनका साथ छोड़ दिया।
कांग्रेस ने एक कदम आगे बढ़ते हुए इस बार आदिवासी प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को चुनावी मैदान में उतारा। बस यही रणनीति कांग्रेस के लिए मुफीद साबित हुई।
जीतू के नेतृत्व में पहला चुनाव जीती कांग्रेस
कांग्रेस के लिए विजयपुर की जीत एक नहीं कई मायनों में खास है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस पहली बार कोई चुनाव जीती है।
इससे पहले लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप और अमरवाड़ा विधानसभा में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली थी। इस बीच कई नेताओं ने कांग्रेस पार्टी का साथ भी छोड़ा, जिससे जीतू पटवारी के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे थे।
पार्टी के अंदर ही कई नेताओं ने उनकी अलोचना की थी। ऐसे में ये उपचुनाव जीतू पटवारी के लिए एक ऐसा मौका था, जिसे जीतकर वो खुद को साबित कर सकें। इस जीत से जीतू पटवारी को राहत मिलने के साथ-साथ उनके नेतृत्व पर उठ रहे सवाल भी खत्म हो जाएंगे।
जनता ने नकारा दलबदल
कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे रामनिवास रावत ने लोकसभआ चुनाव के दौरान बीजेपी का दामन थामा था। उन्होंने 2024 के इस चुनाव में बीजेपी के लिए जमकर प्रचार भी किया।
जब वो खुद चुनावी मैदान में उतरे तो कांग्रेस ने दलबदल के मुद्दे पर उन्हें जमकर घेरा। कांग्रेस ने जनता तक ये बात पहुंचाई कि, रामनिवास ने अपनी पार्टी को धोखा दिया है। कांग्रेस ने उन पर कई तरह के आरोप लगाए। जिसे जनता ने कहीं न कहीं मान लिया।
पटवारी ने कार्यकर्ताओं को समर्पित की जीत, कमलनाथ ने दी बधाई
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने विजयपुर की जीत कार्यकर्ताओं को समर्पित की। वहीं कमलनाथ ने भी मुकेश मल्होत्रा को जीत के लिए बधाई दी है।
विजयपुर की जीत सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की जीत है! कार्यकर्ताओं ने सभी प्रकार की यातनाओं को सहन किया! पुलिस के डंडे और मुकदमे सहे! फिर भी डटे रहे!
कलेक्टर, एसपी, तहसीलदार, थानेदार सहित पूरा तंत्र भी कांग्रेस के खिलाफ था! बीजेपी समर्थित गुंडे, डकैत और माफिया मैदान… pic.twitter.com/ilgFhxBXda
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) November 23, 2024
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने X पर लिखा- विजयपुर की जीत सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की जीत है। कार्यकर्ताओं ने सभी प्रकार की यातनाओं को सहन किया। पुलिस के डंडे और मुकदमे सहे। मैं कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता के सामने नतमस्तक हूं। इस जीत का श्रेय बाबा साहब अंबेडकर के संविधान और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को देता हूं।
विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं।
यह जीत कांग्रेस के कार्यकर्ता की मेहनत की जीत है और कांग्रेस से ग़द्दारी करने वालों के लिए स्पष्ट सबक़ है।
जय कांग्रेस। विजय कांग्रेस। pic.twitter.com/fR0HycZ8Zm
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 23, 2024
विजयपुर उपचुनाव में जीत पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर मुकेश मल्होत्रा को X पर बधाई दी।
पीसीसी दफ्तर में जश्न का माहौल
उपचुनाव में सत्तापक्ष से सीट छीनना आसान नहीं होता, वह भी तब जब चुनाव खुद मंत्री लड़ रहे हों। ऐसे में विजयपुर सीट पर कांग्रेस की जीत बेहद बड़ी हो जाती है।
यही कारण है कि बुधनी में लगातार पीछे रहने के बाद भी राजधानी भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जश्न का माहौल है। पीसीसी दफ्तर में कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर विजयपुर की जीत का जश्न मनाया।