Ujjain Medicity-Medical College BhoomiPujan: सीएम डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार, 21 नवंबर को उज्जैन में प्रदेश की पहली मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन किया। इस प्रोजेक्ट पर की 592 करोड़ रुपए की लागत आएगी। उज्जैन जिला अस्पताल परिसर में मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन के दौरान वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा स्वस्तिवाचन किया गया।
डिप्टी सीएम शुक्ल समेत ये मंत्री रहे मौजूद
इस दौरान डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेडा, सतीश मालवीय, जितेन्द्र सिंह पंड्या, डॉ. तेजबहादुर सिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव, आईएमए सदस्य, डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टॉफ, नागरिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।
एक ही छत के नीचे मिलेंगी सभी स्वास्थ्य सुविधाएं
मेडिसिटी एक ऐसी परिकल्पना है जहां सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं-प्राथमिक देखभाल से लेकर सुपर स्पेशलिटी उपचार तक, एक ही स्थान पर उपलब्ध होती हैं।
यह विचार न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और सुव्यवस्थित बनाता है, बल्कि रोगियों और उनके परिवारों के लिए अत्यधिक सुविधा प्रदान करता है।
कॉलेज में 100 सीटें और 550 बिस्तरों का अस्पताल
आपको बता दें कि साल 2028 में होने वाले सिंहस्थ से पहले इसे शुरू करने की तैयारी है। इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के लिए 100 सीटें उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही, इसमें अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस 550 बिस्तरों का एक बड़ा अस्पताल भी बनाया जाएगा।
मेडिसिटी के मायने
मेडिसिटी (Medicity) शब्द “मेडिकल” और “सिटी” के संयोजन से बना है, जिसका अर्थ है चिकित्सा सेवाओं का एक ऐसा शहर जहां स्वास्थ्य देखभाल के सभी पहलू एकीकृत रूप से उपलब्ध हों।
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. हितेष वाजपेयी के अनुसार मेडिसिटी एक आधुनिक चिकित्सा हब होता है, जो मॉडर्न मेडिकल टेक्नोलॉजी, विशेषज्ञता और सेवाओं का केंद्र होता है।
मेडिसिटी का उद्देश्य
मेडिसिटी का उद्देश्य मरीजों को एक ही स्थान पर सम्पूर्ण और व्यापक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना है। यह अवधारणा चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने के साथ-साथ, मेडिकल रिसर्च, शिक्षा और अत्याधुनिक स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी को भी प्रोत्साहित करती है।
मेडिसिटी के प्रमुख घटक
- 1. सुपर-स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स: हृदय, कैंसर, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, और अन्य जटिल चिकित्सा क्षेत्रों के लिए विशेषज्ञता।
- 2. डायग्नोस्टिक सेंटर: अत्याधुनिक तकनीक के साथ सटीक जांच और परीक्षण।
- 3. चिकित्सा अनुसंधान केंद्र: नई दवाओं, उपचार विधियों और तकनीकों पर अनुसंधान।
- 4. चिकित्सा शिक्षा संस्थान: डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए प्रशिक्षण।
- 5. वेलनेस और पुनर्वास केंद्र: योग, ध्यान, फिजियोथेरेपी, और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं।
- 6. फार्मेसी और दवाओं की उपलब्धता: मरीजों को हर समय आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराना।
- 7. इको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर: हरित पर्यावरण के साथ आधुनिक भवन और सुविधाएं।
मेडिसिटी का महत्व
- 1. समय और संसाधनों की बचत: रोगियों को अलग-अलग स्थानों पर जाने की आवश्यकता नहीं होती।
- 2. उन्नत तकनीक और विशेषज्ञता: सभी चिकित्सा सेवाएं उच्चतम गुणवत्ता के साथ।
- 3. स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा: अंतरराष्ट्रीय मरीजों के लिए एकीकृत सेवाएं।
- 4. शिक्षा और अनुसंधान का केंद्र: नई पीढ़ी के डॉक्टरों और शोधकर्ताओं को प्रशिक्षित करना।
- 5. समग्र स्वास्थ्य देखभाल: मरीजों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना।
भारत में मेडिसिटी का विकास
भारत में “मेडिसिटी” की अवधारणा तेजी से लोकप्रिय हो रही है। कई शहरों में मेडिसिटी स्थापित हो चुकी हैं, जैसे:
- – गुड़गांव में मेदांता मेडिसिटी: यह देश के प्रमुख चिकित्सा हब में से एक है, जो अत्याधुनिक सेवाएं प्रदान करता है।
- – अहमदाबाद, मुंबई, और चेन्नई: यहां भी बड़े स्तर पर मेडिसिटी की योजनाएं विकसित हो रही हैं।
- – उज्जैन, भोपाल और इंदौर: मध्यप्रदेश में भी मेडिसिटी की योजना पर काम किया जा रहा है।
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सभी वर्गों के लिए सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं
मेडिसिटी का विचार स्वास्थ्य सेवा की बदलती आवश्यकताओं के लिए एक क्रांतिकारी समाधान है। यह न केवल उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाओं की गारंटी देता है, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाता है।
मेडिसिटी की अवधारणा भविष्य के स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक मजबूत नींव रखती है। यह मरीजों को बेहतर अनुभव, स्वास्थ्य सेवाओं को व्यापक पहुंच, और चिकित्सा क्षेत्र में शोध और नवाचार को प्रोत्साहित करती है। स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में यह एक ऐसा मॉडल है जो समाज की बेहतरी और समग्र विकास में योगदान देता है।
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