MP BJP MLA remove encroachment JCB: मध्यप्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज में बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल खुद जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंच गए। इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और दूसरे पक्ष की ओर से जमकर पथराव हुआ। बाद में प्रशासन ने विधायक को जबरन वज्र वाहन से मऊगंज भेजा।
MP News: मऊगंज में अतिक्रमण हटाने को लेकर 2 पक्षों पर बवाल, विधायक प्रदीप पटेल को हिरासत में लिया गया #MadhyaPradesh #MPNews #mauganj #mauganjnews #mlapradeeppatel #Encroachment pic.twitter.com/uplZZzApfL
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) November 19, 2024
बताते हैं इस दौरान मौके पर पुलिस भी मौजूद थी बाद में कलेक्टर और एसपी भी पहुंच गए। घटना मऊगंज स्थित खटखरी चौकी अंतर्गत देवरा महादेवन मंदिर के पास की है। बताते हैं मंदिर से लगी जमीन पर अतिक्रमण है। मामले में दोनों पक्षों के 11 लोगोंं पर FIR की गई है।
क्षेत्र में तनाव, धारा 163 लागू
पथराव (MP BJP MLA remove encroachment JBC) के बाद बीजेपी कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। वहीं यहां तनाव को देखते हुए धारा 163 लगा दी गई है। इसको पहले भारतीय दंड संहिता की धारा 144 नाम से जाना जाता था।
हिंदू नेता के आमरण अनशन से विवाद की शुरुआत
यहां बता दें, रविवार, सुबह करीब 11 बजे से हिंदू नेता संतोष तिवारी मंदिर के पास कब्जा हटाने की मांग लेकर अनशन पर बैठे थे। उनका कहना था कि 9 एकड़ जमीन में से 90 फीसदी जमीन पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कब्जा किया हुआ है। इसे अतिक्रमण से मुक्त कराया जाना चाहिए।
विधायक बोले- प्रशासन पर भरोसा नहीं, खुद हटाएंगे अतिक्रमण
दो दिन तक जब प्रशासन ने कोई सुनवाई नहीं की, तो मंगलवार शाम करीब 4 बजे बीजेपी कार्यकर्ता जेसीबी (JCB) लेकर पहुंच गए। थोड़ी देर बाद विधायक प्रदीप पटेल भी वहां पहुंच गए। विधायक ने कहा, प्रशासन की बात पर अब भरोसा नहीं है। खुद अतिक्रमण हटाएंगे।
विधायक पटेल ने बताया कि अतिक्रमण हटाने (MP BJP MLA remove encroachment JBC) के लिए चार महीने पहले प्रदर्शन किया था। कलेक्टर ने आश्वासन दिया था। इससे पहले भी कई बार ज्ञापन दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब सब्र का बांध टूट गया है।
दोनों ओर से जमकर पथराव
अतिक्रमण हटाने (MP BJP MLA remove encroachment JBC) की सूचना मिलते ही मुस्लिम समुदाय के लोग भी मौके पर जमा हो गए। विवाद बढ़ा तो दोनों ओर से पत्थर फेंके गए। नारेबाजी होने लगी। इसमें कुछ लोग घायल हुए हैं। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही, लेकिन काफी देर उसे काबू पाने में सफलता मिली। सूचना पर कलेक्टर-एसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। उसके बाद फोर्स ने भीड़ को खदेड़ दिया और इलाके में धारा 163 लागू कर दी।
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कलेक्टर-एसपी के समझाने पर नहीं माने विधायक
विधायक प्रदीप पटेल अपने सामने ही अतिक्रमण हटाने को लेकर अड़ गए। इस दौरान एसपी और कलेक्टर उन्हें समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद उन्हें वज्र वाहन में बैठाकर जबरन मऊगंज भेजा गया।
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