Balrampur News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के दहेजवार गांव में एक बंद पड़े फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट के पास स्थित खेत में तीन नर कंकाल मिले हैं। इन कंकालों में तीन खोपड़ियां और शरीर के अन्य हिस्से शामिल हैं। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इलाके को सील कर दिया और फोरेंसिक टीम को बुला लिया। यह घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के दहेजवार इलाके की है।
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ग्रामीणों ने कंकाल देख पुलिस को बुलाया
शुक्रवार सुबह, दहेजवार गांव के ग्रामीण खेत में धान की फसल की कटाई करने पहुंचे थे। वे जब बंद पड़े ब्रिक्स प्लांट के पास गए, तो वहां कई जगहों पर हड्डियों के टुकड़े पड़े हुए थे। इस पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया और आशंका जताई कि ये हड्डियां किसी लापता मां, बेटी और बेटे की हो सकती हैं।
कंकाल देख कर ग्रामीण काफी दहशत में आ गए थे। पुलिस को सूचना देने के बाद, वे तुरंत मौके पर पहुंची और कंकालों को बरामद किया। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
इलाके में कोई कब्रगाह भी नहीं
जानकारी के मुताबिक, फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट के मालिक द्वारिका गुप्ता हैं, जो कई महीनों से बंद पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां शवों को दफनाने का काम नहीं होता, हालांकि आशंका जताई जा रही है कि कुत्तों ने खोपड़ी और अन्य हिस्सों को बाहर निकाल लिया हो, लेकिन इलाके में कोई कब्रगाह नहीं है।
बलरामपुर पुलिस के ASP शैलेन्द्र पांडेय ने नर कंकाल मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि कंकालों की जांच के लिए डॉक्टर और फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। प्राथमिक जांच में ये कंकाल काफी पुराने लग रहे हैं। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि ये कंकाल कब के हैं और कहां से आए हैं। अगर जरूरत पड़ी, तो कंकालों का डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा।
कंकालों के डीएनए टेस्ट के बाद होगा खुलासा
बता दें कि कुसमी के वार्ड नंबर एक के निवासी सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर (36) और उनके बच्चे, बेटी मुक्तावती उर्फ मुस्कान (17) और बेटा मिंटू (8) 27 सितंबर को बाजार जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन उसके बाद से वे घर वापस नहीं लौटे। तीनों के लापता होने की रिपोर्ट कुसमी थाने में दर्ज कराई गई थी। अब तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
बलरामपुर में मिले कंकालों को लेकर अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या ये कंकाल लापता हुए सूरजदेव ठाकुर के परिवार के हो सकते हैं। सूरजदेव ठाकुर को पुलिस टीम के साथ बलरामपुर लाया गया है, ताकि कंकालों का डीएनए टेस्ट किया जा सके और यह पुष्टि हो सके कि ये कंकाल उन्हीं के परिवार के लापता सदस्य के हैं।
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