MP Charas Smuggling: मध्यप्रदेश में नशे के अवैध करोबारियों के खिलाफ गुरुवार, 14 नवंबर से विशेष अभियान चलाया गया। पहले दिन ही भोपाल में 8.4 किलोग्राम चरस बरामद की। जिसकी कीमत 8 करोड़ 60 लाख रुपए बताई गई। इसके अलावा प्रदेश में 43 स्थानों पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम दिया। जिसमें 10 करोड़ रुपए से ज्यादा के मादक पदार्थ जब्त किए गए।
सुबह 8 बजे से शुरू हुई कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सीएम डॉ. मोहन यादव की मंशानुसार मध्यप्रदेश पुलिस अवैध नशे के कारोबार (MP Charas Smuggling) को नेस्तनाबूद करने के लिए निरंतर कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में डीजीपी सुधीर सक्सेना के निर्देश पर मध्यप्रदेश पुलिस ने आज 14 नवम्बर को सुबह 8 बजे से अवैध मादक पदार्थों के कारोबार की रोकथाम के लिए प्रदेशव्यापी विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू की।
8 घंटे में 10 करोड़ के मादक पदार्थ जब्त
पुलिस ने पहले ही दिन प्रदेश के पांच स्थानों पर सुबह से शाम तक कार्रवाई कर मात्र आठ घंटें में 10 करोड़ रुपए से अधिक की कीमत का सात सौ किलोग्राम से अधिक अवैध मादक पदार्थ (MP Charas Smuggling) जब्त किया है। पुलिस ने गुरुवार को भोपाल, खरगौन, सिवनी, छिंदवाड़ा और नीमच में कार्रवाई की।
18 आरोपी, 6 कारें और एक ट्रक जब्त
प्रदेशव्यापी अभियान (MP Charas Smuggling) के पहले दिन पुलिस ने 43 स्थानों पर अवैध मादक पदार्थ जब्त करने में सफलता हासिल की। भोपाल में क्राइम ब्रांच ने 8.4 किलोग्राम चरस, खरगौन जिले के चैनपुर में 478 किलोग्राम गांजा, सिवनी जिले के धनौरा में 80 किलोग्राम गांजा, छिंदवाड़ा जिले के कोतवाली थाना में 42.100 किलोग्राम गांजा तथा नीमच के रतनगढ़ थाना में 60 किलोग्राम डोडाचूरा जब्त (MP Charas Smuggling) हुआ है। साथ ही 18 आरोपियों सहित 6 कार एवं एक ट्रक भी पुलिस ने जब्त किए हैं।
स्मैक, ब्राउन शुगर, डोडा चूरा सहित 56 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने कार्रवाई में 37.58 ग्राम स्मैक, 649 ग्राम ब्राउन शुगर, 60 किलो डोडा चूरा, 61 ग्राम एमडी सहित 56 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अवैध मादक पदार्थों के परिवहन में प्रयुक्त 11 वाहनों को भी जब्त किया है।
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अभियान का उद्देश्य
इस अभियान (MP Charas Smuggling) के अंतर्गत पुलिस द्वारा कई संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर अवैध मादक पदार्थों के कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की गई। इस अभियान का उद्देश्य न केवल अवैध मादक पदार्थों पर रोक लगाना है, बल्कि जनता में इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है। इस पहल के माध्यम से सरकार राज्य को अवैध नशामुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसमें हर संभव प्रयास कर रही है।
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