Vivah Shubh Muhurat 2025: 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी के बाद से 16 नवंबर को सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश करते ही 17 नवंबर से शादियां शुरू हो जाएंगी। इस साल नवंबर (Nov 2024 Shadi Muhurat) और दिसंबर (Dev 2024 Shadi Muhurat) में शादियों के कम ही मुहूर्त है।
लेकिन अगर आप इस साल शादी करने से चूक गए हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि हिन्दू पंचांग (Hindu Calender) के अनुसार जनवरी (Jan 2024 Vivah Muhurat 2025) , फरवरी (Feb 2024 Vivah Muhurat 2025), मार्च (March 2024 Vivah Muhurat 2025)में शादी के कुल कितने मुहूर्त आएंगे।
नए साल 2025 में शादी के इतने मुहूर्त
जनवरी 2025 में शादी के मुहूर्त: 16, 17, 23
फरवरी 2025 में शादी के मुहूर्त: 6, 7, 12, 13, 18, 20, 21, 25
मार्च 2025 में शादी के मुहूर्त: 6, 7, 11
11 मार्च 2025 में क्यों बंद हो जाएंगी शादियां
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार मार्च में 12 मार्च से विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इसके बाद वैशाख के महीने में एक बार फिर शादियां शुरू होगीं।
पंचांग भेद से अलग हो सकते हैं मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार पंचांग भेद के चलते विवाह मुहूर्त में अंतर हो सकता हैं लेकिन यहां जो मुहूर्त बताए जा रहे हैं वह जबलपुर के लोक विजय पंचांग के अनुसार विवाह के शुद्ध मुहूर्त हैं।
मार्च में क्यों नहीं होगी शादियां
हिन्दू पंचांग के अनुसार 12 मार्च से खरमास शुरू हो जाएगा, जिसके बाद से एक महीने के लिए यानी अप्रैल माह में शादियां नहीं होगीं।
पूष के महीने में क्यों नहीं होती शादियां
पूष का महीना किसी भी शुभ काम के लिए शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान चैत्र का महीना शुरू हो जाता है। चैत्र के महीने में शादियां नहीं हाती हैं। इस दौरान धनु संक्रांति (Dhanu Sankranti 2025) भी आती है। पूष का महीना समाप्त होते ही शादियां एक बार फिर शुरू हो जाएंगीं।
खरमास में नहीं होती शादियां
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जब धनु संक्रांति होती है। यानी जब सूर्य धनु संक्रांति (Dhanu Sankranti 2024) में होते हैं तो इस दौरान किसी भी तरह के शुभ काम नहीं किए जाते। इस महीने को खरमास, पूष का महीना (Kharmas 2025) भी कहते हैं। इस एक महीने में शादियां नहीं होती हैं।
खरमास में नहीं होती शादियां
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जब धनु संक्रांति (Dhanu Sankranti 2025 me Kab hai) होती है। यानी जब सूर्य धनु संक्रांति में होते हैं तो इस दौरान किसी भी तरह के शुभ काम नहीं किए जाते। इस महीने को खरमास, पूष का महीना भी कहते हैं। इस एक महीने में शादियां नहीं होती हैं।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।