Singrauli School Bribery Case: मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल में नई ज्वाइनिंग के नाम पर जमकर रिश्वत का खेल चल रहा है। ताजा मामला प्रदेश के सिंगरौली जिले का है।
जहां चितरंगी के एक स्कूल में रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ है। बताया जा रहा है कि नई ज्वाइनिंग के नाम पर ये रिश्वत ली गई है।
शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय चितरंगी का है मामला
वायरल वीडियो सिंगरौली जिले के चितरंगी ब्लॉक में स्थित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है। यहां आहरण वितरण अधिकारी (DDO) कार्यालय के बाबू (Clerk) बब्बू सिंह का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ है।
वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि अतिथि शिक्षक ने पहले बब्बू सिंह को 500 रुपये के कुछ नोट दिए, उसके बाद उसने फाइल पर साइन किये हैं।
दूसरों की मौजूदगी में भी रिश्वत से परहेज नहीं
बब्बू सिंह जिस बेखौफ तरीके से रिश्वत ले रहा है, उससे ऐसा लग रहा है मानों यहां ये आम बात हो। जिस समय अतिथि शिक्षक बब्बू सिंह को रिश्वत दे रहा है, उस समय कमरे में और भी लोग मौजूद थे।
DDO ऑफिस के बाबू का कारनामा: नियुक्ति लेने पहुंचा अतिथि शिक्षक तो मांग ली रिश्वत, पहले लिए नोट फिर किया साइन!
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) November 13, 2024
इसके बाद भी खुलेआम रिश्वत लेने देने में किसी को कहीं कोई दिक्कत महसूस होते हुए नहीं दिखाई दे रही है।
नई ज्वाइनिंग पर पैसे देने की परंपरा
नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया गया कि नई ज्वाइनिंग होने पर सिर्फ अतिथि शिक्षकों को ही नहीं, बल्कि काम जल्दी हो इसके लिए नियमित शिक्षक को भी पैसे देने पड़ते हैं।
नई भर्ती के बाद स्कूलों में पहुंचे शिक्षकों को एम्प्लॉय आईडी बनाने के नाम पर 4 हजार रुपये तक देने पड़े थे। वहीं लोग पैसा देकर स्कोर कार्ड जनरेट, अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया, वेतन भुगतान एवं अतिथि शिक्षक अनुभव प्रमाण पत्र के नाम पर भी पैसा लिया जाता है।
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पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे कारनामे
सिंगरौली जिले में सरकारी स्कूलों में रिश्वत का ये कोई नया मामला नहीं है। समय समय पर तरह की शिकायतें सामने आती रहती हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने बंसल न्यूज डिजिटल से हुई बातचीत में बताया कि उन्होंने खुद इस तरह के ही एक मामले में कुछ दिनों पहले एक को सस्पेंड किया है। डीईओ एसबी सिंह ने कहा कि वे मामले की जांच करेंगे और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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