Raipur South By-Election: छत्तीसगढ़ रायपुर दक्षिण का चुनावी रण रोचक होता जा रहा है। बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशी मोर्चा संभाले है। उम्मीदवारों का फोकस डोर-टू-डोर प्रचार पर है। वहीं, दक्षिण के उपचुनाव में अब प्रदेश के बड़े नेता भी कमान संभालने वाले हैं। रायपुर दक्षिण सीट अब बीजेपी-कांग्रेस के लिए खास और साख बन गई है।
रायपुर दक्षिण का रण जीतने कांग्रेस रणनीति (Raipur South By-Election) पर काम कर रही है। प्रत्याशी के साथ दीपक बैज वोटरों के दरवाज़े पर दस्तक दे रहे हैं। इधर बीजेपी भी कोई कमी नहीं छोड़ रही है। बीजेपी उम्मीदवार भी डोर-टू-डोर अभियान चलाकर प्रचार कर रहे हैं।
जीत के जरिए संजीवनी लाने की कोशिश
2023 के चुनाव में सत्ता गंवाने के बाद लोकसभा चुनाव (Raipur South By-Election) भी हार चुकी कांग्रेस इसे जीतने में जी-जान से जुटी है। प्रदेश नेतृत्व के लिए ये चुनाव साख का सवाल बन गया है। इस जीत के ज़रिए बैज संजीवनी लाने की कोशिश में हैं। यही वजह है कि, प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम दिग्गज प्रत्याशी आकाश शर्मा के साथ मैदान में हैं।
बीजेपी परंपरा रखना चाहती है कायम
बीजेपी के लिए दक्षिण उपचुनाव (Raipur South By-Election) इस बार का सबसे खास है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीट से हर बार बृजमोहन अग्रवाल जीतते आए हैं। अब बीजेपी ने नए कैंडिडेट सुनील सोनी को टिकट दिया है। अब इस सीट में कांटे की टक्कर है। बीजेपी भी इस सीट को जीतकर अपने गढ़ को कायम रखना चाहती है। अपना गढ़ बचाने के लिए बीजेपी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
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अंतर्कलह पर बीजेपी हमलावर
दक्षिण के रण में कांग्रेस (Raipur South By-Election) के योद्धा मोर्चा संभाले हैं। ऐसा पहली बार है जब सभी बड़े नेता दक्षिण पर नज़र बनाए हुए हैं। कांग्रेस दिग्गजों की इस टोली पर बीजेपी तंज कस रही है। कांग्रेस में अंतर्कलह के आरोप लगाकर बीजेपी हमलावर हो गई है।
बृजमोहन सुनी के साथ प्रचार में जुटे
रायपुर दक्षिण के रण में कांग्रेस के साथ ही बीजेपी की भी साख दांव (Raipur South By-Election) पर है। पिछले 34 सालों से दक्षिण बीजेपी का गढ़ रहा है। बृजमोहन अग्रवाल अजेय योद्धा रहे। अब दक्षिण को बीजेपी ने उनकी पसंद का चेहरा दिया है। यही वजह है कि, बृजमोहन, सुनील सोनी के साथ प्रचार में जुटे हैं। वहीं कांग्रेस डोर-टू-डोर अभियान के ज़रिए वोटरों को लुभाने में लगी है। ऐसे में दक्षिण के रण में किसका राजतिलक होगा ये तो नतीजे ही तय करेंगे।
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