MP News: भोपाल नगर निगम में एक रिटायर्ड कर्मचारी की मौत के बाद, उनकी पत्नी के नाम पर पेंशन करवाने के लिए उनके बेटे मुकेश दनके को कार्यालय के चक्कर लगाने पड़े। लेकिन पेंशन विभाग के एक बाबू ने रिश्वत के बिना काम करने से इनकार कर दिया। इसके बाद मुकेश ने लोकायुक्त में शिकायत की, जिसके बाद लोकायुक्त ने मामले की जांच की और बाबू को रंगे हाथों पकड़ लिया।
पेंशन ट्रांसफर के बदले मांगी थी रिश्वत
भोपाल के मुकेश दनके ने लोकायुक्त में शिकायत की कि नगर निगम के पेंशन कार्यालय में बाबू दौलत कुमार ने उनके पिता के नाम पर पेंशन ट्रांसफर करने के लिए 5,000 रुपये की रिश्वत मांगी। मुकेश के पिता का निधन हो गया था और पेंशन अब उनकी मां के नाम पर करना था। लोकायुक्त ने मामले की जांच की और बाबू को रंगे हाथों पकड़ लिया।
3000 रुपए की रिश्वत मांगी
लोकायुक्त की टीम ने माता मंदिर स्थित नगर निगम दफ्तर में एक बाबू को 3000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह कार्रवाई लोकायुक्त की टीम के प्लान के अनुसार हुई। दरअसल, फरियादी ने बाबू दौलत कुमार को काम के बदले रिश्वत दी थी, जिसे लोकायुक्त की टीम ने पकड़ लिया। अब ट्रैप के बाद आगे की कार्रवाई जारी है।
कर्मचारी की अन्य संपत्ति की भी जांच
भोपाल नगर निगम में लोकायुक्त की कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। रिश्वत लेते पकड़े गए बाबू की अन्य संपत्तियों की भी जांच हो सकती है। निगम दफ्तर में चर्चा है कि बाबू बिना रुपए लिए किसी का काम नहीं करता था। यह लोकायुक्त की ताबड़तोड़ कार्रवाई का हिस्सा है, जो प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चल रही है।
यह भी पढ़ें: बांधवगढ़ में 10 हाथियों की मौत की वजह का खुलासा: IVRI की रिपोर्ट आई सामने, जानें क्या खाने से गई थी हाथियों की जान