Chhath Puja In MP: छठ पूजा भारत में यूपी बिहार और झारखंड में मुख्य रूप से मनाया जाता है। हालांकि इन राज्यों के लोग एमपी में भी बसे हुए हैं। इसलिए मध्य प्रदेश में भी छठ पर्व (Chhath 2024) की धूम है। राजधानी भोपाल समेत इंदौर, उज्जैन, रतलाम, नागदा में इसके लिए विशेष तैयारी की गई हैं। राजधानी भोपाल में छठ के लिए 50 घाट बनाए गए हैं। वहीं इंदौर में 150 घाट तैयार किए गए हैं। उज्जैन के पास स्थित नागदा में तो स्थानीय अवकाश भी घोषित की गई है। बता दें आज नहाय खाए से पर्व की शुरूआत हो चुकी है, पर्व चार दिन चलेगा। सीएम ने छठ पूजा की शुभकामनाएं दी।
ॐ घृणिं सूर्य्यः आदित्यः
सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा के प्रथम अनुष्ठान "नहाय-खाय" की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।
छठी मैया की कृपा से सभी के जीवन में शुभ, मंगल, सुख एवं समृद्धि की वर्षा हो व सूर्य देव के तेज से जीवन में नए उजाले का प्रवेश हो, यही कामना है। pic.twitter.com/2Dyz8imFNN
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 5, 2024
आज से पर्व की शुरूआत
छठ पूजा (Chhath Puja 2024) की शुरुआत नहाय-खाय से हुई, जिसमें घरों की सफाई कर उन्हें पवित्र किया गया और मिट्टी के चुल्हे पर भोजन बनाया गया। यह त्योहार चार दिनों तक चलेगा, जिसमें विभिन्न अनुष्ठान और पूजा-अर्चना की जाएगी। नहाय-खाय के बाद खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान होंगे। नहाय-खाय के बाद खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान होंगे, जिनमें सूर्य देव और छठी मैया (Chhathi Maiya) को अर्घ्य देकर जीवन, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए आभार व्यक्त किया जाएगा। पर्व का समापन 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा।
इंदौर में 150 घाट बनाए गए
इंदौर में छठ पूजा (Chhath Puja) के लिए डेढ़ सौ से अधिक स्थानों पर कुंड बनाए गए हैं। इनमें बाणगंगा, विजय नगर, स्कीम-54, सुखलिया ग्राम, श्याम नगर, सिलीकन सिटी, कालानी नगर, निपानिया, एरोड्रम रोड और पिपलियाहाना तालाब शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के महासचिव केके झा ने पिपलियाहाना और निपानिया तालाब पर स्थायी रूप से छठ पर्व के लिए घाट बनाने की मांग की है।
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भोपाल में 50 घाट तैयार
भोपाल में 50 घाट तैयार किए गए हैं। जहां छठ पर्व के लिए विशेष तैयारियों की गई हैं। ये घाट शीतलदास की बगिया, खटलापुरा, प्रेमपुरा, 5 नंबर स्टॉप छठ घाट, बरखेड़ा, सरस्वती मंदिर ई-सेक्टर, हथाईखेड़ा, सरयू पार्क, संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) स्थित झूलेलाल विसर्जन घाट, बैरागढ़, नीलबड़, कोलार के विश्वकर्मा नगर, कलियासोत नदी घाट समरधा, श्रीकृष्ण पुरम घाट, हलाली डेम आदि हैं।
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