Indore Poster Vivad: इंदौर में पहले पटाखे चलाने को लेकर विवाद हुआ था, जबकि अब कागदीपुरा इलाके की एक मस्जिद पर लगे पोस्टर को लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस पोस्टर पर बीजेपी विधायक मालिनी गौड़ के बेटे और बीजेपी नेता एकलव्य गौड़ ने आपत्ति जताई है। वहीं अब इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने भी बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि इंदौर शहर में अशांति फैलाने वालों को नहीं रहने दिया जाएगा और आरोपियों को उल्टा लटकाएंगे।
अशांति फैलाने वाले लोगों बख्शा नहीं जाएगा
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि इंदौर में दंगा फैलाने वाले को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा, “प्रशासन सक्रिय है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो हम भी शामिल होंगे। इंदौर के लिए हम कुछ भी कर सकते हैं। दंगा फैलाने वाला यहां नहीं रह पाएगा। हम उसे समाप्त करेंगे।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा ये कर्बला का दृश्य
वहीं इस मामले में मुस्लिम समुदाय का कहना है कि पोस्टर में कर्बला की लड़ाई को दर्शाया गया है, जो मुहर्रम के अवसर पर हर साल लगाया जाता है। डीसीपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि यह पुलिस के हस्तक्षेप का मामला नहीं है, क्योंकि यह पोस्टर मुहर्रम के समय से लगा था और मुस्लिम समुदाय ने रविवार शाम को इसे हटा दिया था। यह पोस्टर कर्बला की लड़ाई की याद में लगाया गया था, जो इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है।
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स्वेच्छा से हटाए पोस्टर
पोस्टर मामले में शिया समाज ने अपनी बात रखी है, कहा कि पोस्टर इराक में इमाम हुसैन की शहादत को दर्शाता है। हिंदू संगठनों ने भी अपना विरोध दर्ज किया था, लेकिन शिया समाज ने स्वेच्छा से पोस्टर हटा दिया। यह पोस्टर मुहर्रम के अवसर पर लगाया गया था, जो शिया समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। शिया समाज के अनुसार, इमाम हुसैन की शहादत इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है।
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