Elephants death In MP: मध्यप्रदेश के उमरिया स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में सीएम मोहन यादव ने संज्ञान लिया और शुक्रवार की देर रात आपात बैठक बुलाई। जिसमें दो आला अधिकारियों को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। ये अधिकारी बांधवगढ़ जाकर मामले की जांच करेंगे और 24 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) November 1, 2024
वन राज्य मंत्री अहिरवार के साथ जाएंगे दो आला अधिकारी
सीएम की बैठक में निर्णय लिया गया कि वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और दो सीनियर अफसर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व जाएंगे। इनमें एसीएस अशोक वर्णवाल और राज्य वन बल प्रमुख पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव शामिल हैं। दोनों अफसर हाथियों की मौत के मामले में सभी एंगल से जांच (Elephants death In MP) करेंगे।
24 घंटे में रिपोर्ट सौंपेंगे
सीएम ने बैठक में कहा कि हाथियों की मौत मामले में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आपात बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन वर्चुअली जुड़े। सीएम निवास पर हुई बैठक में एसीएस मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, एसीएस अशोक वर्णवाल और वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे। सीएम ने जांच के लिए जाने वाले अफसरों को 24 घंटे में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए (Elephants death In MP) हैं।
हाथियों की मौत की वजह कोदो-कुटकी!
इन हाथियों की मौत के पीछे की वजह कोदो-कुटकी की फसल बताई जा रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने घटनास्थल के आसपास ट्रैक्टर चलवा कर कोदो-कुटकी की फसल को जला दिया है। मरने वाले हाथियों में 1 नर और 9 मादा हैं। हाथियों के शवों का परीक्षण किया जा रहा है। शुरुआती जांच में कोदो में जहर होने की बात सामने आ रही है। इसकी तथ्यात्मक पुष्टि फॉरेंसिक लैब जांच रिपोर्ट के बाद ही हो (Elephants death In MP) सकेगी।
ये मामला केंद्र सरकार तक पहुंच गया है। वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली ने जांच के लिए SIT बनाई है। हाथियों को जहर देने की आशंका जताई जा रही है। हाथियों को जहर किसने और कैसे दिया? इसकी जांच SIT करेगी। टीम गुरुवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Elephants death In MP) पहुंची।
5 संधिग्धों से पूछताछ जारी
स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने बुधवार को डॉग स्क्वॉड की मदद से 7 खेतों और 7 घरों की तलाशी ली थी। 5 संदिग्ध लोगों को अरेस्ट करके पूछताछ की (Elephants death In MP) गई।
‘गजराज’ का दुश्मन कौन ?
फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की इन्वेस्टिगेटिव टीम के हेड PCCF एल. कृष्णमूर्ति ने गुरुवार को बताया कि शिकार और जहर देने के पहलुओं पर जांच चल रही है। इससे पता चलेगा कि हाथियों को जहर किसने और कैसे दिया? क्या जहर जानबूझकर दिया गया या फसलों के कीटनाशक के कारण हाथियों (Elephants death In MP) की जान गई।
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रिसोर्ट संचालकों पर शक
इस मामले में वन विभाग को रिसोर्ट संचालकों पर भी शक है। हालांकि, अभी कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन इसकी आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।