Jobs in Germany: यूरोप के सबसे बड़े और आर्थिक रूप से सबसे शक्तिशाली देश जर्मनी ने भारतीयों के लिए अपना नौकरी बाजार खोलने की घोषणा की है। अब हर साल जर्मन सरकार 90,000 भारतीयों को वर्क वीजा देगी।
अभी तक हर साल सिर्फ 20 हजार भारतीयों को ही वर्क वीजा मिलता था। आने वाले दिनों में वर्क वीजा की सीमा और बढ़ाई जा सकती है। यह घोषणा जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने अपने भारत दौरे के दौरान कही।
जर्मनी को 4 लाख वर्किंग प्रोफेशनल्स की जरूरत
जर्मनी को हर साल 4 लाख वर्किंग प्रोफेशनल्स की जरूरत है। इनमें से बड़ी संख्या में भारत से जर्मनी जाएंगे। भारत और जर्मनी ने हाल ही में आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें लेबर और रोजगार समझौते भी शामिल हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी में इस वक्त करीब 1 लाख 37 हजार भारतीय वर्कर काम कर रहे हैं।
किस स्किल की सबसे ज्यादा मांग?
एक रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी में 70 से ज्यादा बिजनेस कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे है। वर्कर की कमी का सामना करने वाले क्षेत्रों में ट्रांसपोर्टेशन, मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन, हेल्थकेयर, इंजीनियरिंग और आईटी शामिल हैं।
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जर्मनी ने हाल ही में विदेशी वर्करों को आकर्षित करने के लिए अपने लेबर कानूनों में कई बदलाव किए हैं। इसमें ईयू ब्लू कार्ड (EU Blue Card) वाले विदेशी विदेशी को क्वालिफाइड करने की मंजूरी की प्रतीक्षा करते हुए तीन साल तक देश में रहने की अनुमति देना शामिल है।
ग्रीन नौकरियां
जर्मनी जलवायु परिवर्तन पर अंकुश लगाने के प्रयासों के तहत कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emissions) को कम करने के लिए कदम उठा रहा है। इनमें सौर ऊर्जा, पवन टरबाइन और बैटरी चालित वाहन शामिल हैं।
इस क्षेत्र में कुशल लोगों की मांग तेजी से बढ़ रही है। जर्मनी का लक्ष्य 2045 तक ग्रीनहाउस गैस तटस्थता (Greenhouse gas neutrality) हांसिल करना है। ग्रीन नौकरियों में इलेक्ट्रॉनिक तकनीशियन, इंजीनियर, आईटी विशेषज्ञ की नौकरियां शामिल हैं।
इंजीनियरिंग क्षेत्र
जर्मनी अपनी इंजीनियरिंग और मशीनों की गुणवत्ता के लिए दुनिया भर में मशहूर है। जर्मनी का ऑटोमोबाइल सेक्टर(Automobile Sector) इंजीनियरों समेत कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. यह सेक्टर भारतीय इंजीनियरों के लिए बड़े अवसर उपलब्ध कराने वाला है।
आईटी सेक्टर
जर्मनी में भी आईटी सेक्टर में काफी नौकरियां हैं। साल 2020 में आईटी सेक्टर में 86,000 से ज्यादा नौकरियां निकलीं। इसलिए, यहां अनुभवी या योग्य आईटी पेशेवर मध्यम आकार के उद्यमों से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की कंपनियों में नियोजित होने की उम्मीद कर सकते हैं। आईटी क्षेत्र में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, आईटी सुरक्षा और डेटा वैज्ञानिकों के लिए नौकरियां हैं।
नर्सिंग पेशेवर
जर्मनी में बेहतरीन जीवनशैली के कारण आबादी का एक बड़ा हिस्सा बुढ़ापे में भी अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेता है। हालांकि, बुजुर्गों की बढ़ती संख्या के कारण नर्सिंग पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। आने वाले वर्षों में इसके और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में जर्मनी नर्सिंग प्रोफेशनल्स के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन हो सकता है।