Draupadi Murmu CG Visit: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई के तीसरे और चौथे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और विभिन्न इंजीनियरिंग शाखाओं के होनहार विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिए। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति ने IIT भिलाई की सराहना की
राष्ट्रपति मुर्मु ने उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन विद्यार्थियों के लिए यह याद करने का है कि वे जिम्मेदार नागरिक और सक्षम व्यक्तियों के रूप में दुनिया में कदम रख रहे हैं। राष्ट्रपति ने आईआईटी भिलाई के द्वारा आदिवासी समाज की प्रगति के लिए तकनीकी क्षेत्र में किए गए प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने बताया कि आईआईटी भिलाई ने ऐग्रीटेक, हेल्थटेक और थिंकटैंक पर विशेष ध्यान दिया है। संस्थान ने स्वास्थ्य सेवा में एम्स रायपुर के साथ मिलकर मोबाइल ऐप विकसित किए हैं, जो ग्रामीणों को घर बैठे चिकित्सा सहायता प्रदान करते हैं।
छात्राओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए कदम उठाए गए: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि इस संस्थान ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के साथ मिलकर किसानों के लिए समाधान बनाए हैं, जिससे उन्हें अपने संसाधनों का सही उपयोग करने में मदद मिलती है। करीब 6 लाख किसान “क्रॉप डॉक्टर” नामक मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं।
आईआईटी भिलाई सामाजिक रूप से प्रासंगिक अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है और यहां राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रक्षा से जुड़े प्रोजेक्ट भी चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, महुआ जैसे लघुवनोपज पर भी शोध किया जा रहा है।
संस्थान एक समावेशी दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है और वंचित एवं पिछड़े वर्ग के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। छात्राओं की संख्या और भागीदारी बढ़ाने के लिए भी विशेष कदम उठाए गए हैं।
IIT भिलाई ने CG में तकनीकी उच्च शिक्षा की कमी को दूर किया: राज्यपाल
राज्यपाल रमेन डेका ने आईआईटी भिलाई के तीसरे और चौथे संयुक्त दीक्षांत समारोह के ऐतिहासिक अवसर पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे माननीय राष्ट्रपति ने इस समारोह में उपस्थित (Draupadi Murmu CG Visit) होकर हमें सम्मानित किया।
राज्यपाल ने बताया कि 2016 में आईआईटी भिलाई की स्थापना ने छत्तीसगढ़ में तकनीकी उच्च शिक्षा की कमी को दूर किया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस संस्थान का स्थायी परिसर 20 फरवरी 2024 को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।
यह हमारे लिए गर्व की बात है कि यह राष्ट्रीय महत्व का संस्थान, जो वैश्विक सोच और दृष्टि के साथ स्थापित हुआ है, अब हमारे राज्य में तेजी से विकसित हो रहा है। कम समय में ही, आईआईटी भिलाई ने छत्तीसगढ़ के लोगों के दिलों और दिमाग में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है।
मुख्यमंत्री साय ने सभी विद्यार्थियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह सभी के लिए गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी भिलाई के तीसरे और चौथे संयुक्त दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु उपस्थित हैं। उनकी उपस्थिति से मुझे व्यक्तिगत रूप से गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि इस संस्थान का शिलान्यास माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 जून 2018 को किया था, और इसका अत्याधुनिक स्थायी परिसर 20 फरवरी 2024 को राष्ट्र को समर्पित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आईआईटी भिलाई जैसे संस्थान की नींव रखकर छत्तीसगढ़ के स्वर्णिम भविष्य की भी आधारशिला रखी है।
समारोह में ये लोग भी रहे मौजूद
इस समारोह में आईआईटी भिलाई के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष के. वेंकटरमन, निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश, संभागायुक्त एस.एन. राठौर, आईजीआर.जी. गर्ग, कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी, एसपी जितेंद्र शुक्ला, स्थानीय जनप्रतिनिधि, और संस्थान के प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।