संस्कारधानी के गढ़ा देवताल क्षेत्र में बना पुष्य नक्षत्र मंदिर अपने आप में अद्भूत है. ये दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है. जिसका निर्माण सिर्फ पुष्य नक्षत्र काल में हुआ है. यानिकी साल के सिर्फ 12 दिनों में इस मंदिर निर्माण कार्य हुआ और इसे बनाने में 50 साल लग गए. मंदिर की खासियत है कि मंदिर मेरु श्रीयंत्र की तर्ज पर बना है. मेरु श्रीयंत्र में जिस जगह जो देवता विराजमान है. वैसा ही मंदिर में भी स्थान दिया गया है. इस मंदिर की नींव केशवानंद ने रखी थी. तभी से पीढ़ी दर पीढ़ी उनके वंशज इस मंदिर की सेवा करते आ रहे है.
छत्तीसगढ़ में शिक्षकों से ठगी: लोन लेकर मुनाफा कमाने का लालच टीचरों को बुरा फंसाया, अब चुकाने होंगे लाखों रुपये
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के लैलूंगा में 9 शिक्षकों से 81 लाख रुपये से अधिक की ठगी की घटना...