Rewa Regional Industry Conclave: रीवा में आज रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा पहुंचकर महामृत्युंजय मंदिर में पूजन करके कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिला प्रशासन के अनुसार, कॉन्क्लेव में लगभग 4,000 उद्योगपति (Rewa Regional Industry Conclave) भाग ले रहे हैं, जिनमें डालमिया ग्रुप, अडाणी ग्रुप, बिड़ला ग्रुप, बालाजी ग्रुप और पतंजलि जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
मुख्यमंत्री इन उद्योगपतियों के साथ 9 घंटे तक क्षेत्र में निवेश से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह कार्यक्रम शाम 6 बजे तक चलेगा। सभी मेहमानों के लिए पारंपरिक बघेली भोजन के साथ ही श्री अन्न से बने विशेष पकवान परोसे जाएंगे।
5वें रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यकाल के दौरान औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई प्रमुख इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए गए हैं।
रीवा में हो रहा यह पांचवां कॉन्क्लेव (Rewa Regional Industry Conclave) राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
इससे पहले उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर और सागर में चार महत्वपूर्ण इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हो चुके हैं, जिनमें देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपतियों ने भाग लिया था।
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औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित होगा प्रदेश
यह रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव न केवल विंध्य क्षेत्र के औद्योगिक विकास को गति देगा, बल्कि मध्य प्रदेश को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के प्रयासों में (5th Regional industrial conclave rewa) भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
‘इन्वेस्ट मध्यप्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025’ के लिए जारी विशेष आमंत्रणों के साथ, यह सम्मेलन राज्य के आर्थिक विकास के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगा।
16 से ज्यादा विभाग और संस्थान ने लिया भाग
इस कॉन्क्लेव में ओडीओपी (एक जिला-एक उत्पाद) और जी-2-सी (सरकार से नागरिक) के विशेष स्टॉल भी लगाए गए हैं, जो स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन और सरकारी सेवाओं की सीधी पहुंच को दर्शाते हैं।
कॉन्क्लेव में एमपी इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन, एमपी स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवेलपमेंट (5th Regional industrial conclave rewa) कॉर्पोरेशन, डायरेक्टोरेट ऑफ़ फ़ॉरेन ट्रेड, कस्टम विभाग, ईसीजीसी लिमिटेड, फेडरेशन ऑफ़ इंडियन एक्सपोर्ट और हस्तशिल्प विकास निगम सहित 16 से अधिक विभाग और संस्थान भाग ले रहे हैं, जो औद्योगिक और निर्यात विकास को और सशक्त बनाएंगे।
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