Husband Donate Kidney on Karwachauth: पति की लंबी आयु के लिए सुहागिनें ताउम्र करवाचौथ का व्रत रखती है. लेकिन जबलपुर में एक पति ज्ञानदीप प्रमानिक ने अपनी बीमार पत्नी को इस व्रत के बदले जिंदगी का तोहफा दिया है.
गंभीर बीमारी से जूझ रही पत्नी को पति ने अपनी किडनी दान देकर (husband gift for wife) उसकी जिंदगी जिंदगी बचाई है. उनकी पत्नी बीते दो सालों से किडनी की समस्या से जूझ रही थी. दरअसल, पत्नी लंबे समय से बीमार चल रही थी.
जिसके बाद करवाचौथ के दिन पति ने ज्ञानदीप प्रमानिक (Husband’s Unique Karwachauth Gift) ने अपनी पत्नी को किडनी दे दी.
दो साल से थी किडनी की समस्या
बता दें करवा चौथ के दिन पति ज्ञानदीप प्रमानिक ने जीवन साथ नीना प्रमानिक को करवा चौथ का अनोखा तोहफा दिया है. दरअसल पति ज्ञानदीप प्रमानिक ने अपनी पत्नी की जान बचाने के लिए किडनी गिफ्ट कर दी है.
बता दें पिछले 2 साल से पत्नी नीना प्रमानिक बीते दो साल से किडनी की समस्या से जूझ रही थीं. खास बात ये है कि ट्रांसप्लांट भी कल यानी करवाचौथ के दिन हुआ है. बड़ेरिया मेट्रो प्राइम हॉस्पिटल, जबलपुर के जाने माने (Husband Donate Kidney on Karwachauth) नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. विशाल बडेरा और किडनी प्रत्यारोपण सर्जन डॉक्टर राजेश पटेल ने ये ट्रांसप्लांट किया है.
इस किडनी प्रत्यारोपण के बाद दोनों मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य हैं.
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सर्जन ने कही ये बात
जिसको लेकर परिवार इलाज के लिए जबलपुर के मेट्रो बड़ेरिया हॉस्पिटल (husband give big gift for wife) पहुंचा था. जहां डॉक्टर्स की टीम ने किडनी का सफल ट्रांसप्लांट किया. डॉक्टर विशाल बडेरा और राजेश पटेल ने बताया कि.
ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है. जब करवा चौथ (Husband’s Unique Karwachauth Gift )के दिन ही किडनी ट्रांसप्लांट की सफल सर्जरी हो. हालांकि पति-पत्नी स्वस्थ होने के साथ ही अब खुश भी हैं. कुछ दिन बाद दोनों की सेहत में और भी सुधार होगा.
भरतपुर से भी सामनें आया मामला
भरतपुर मोरीचार बाग के निवासी नरेन्द्र कुमार जिंदल की पत्नी, गुंजन गुप्ता, लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। लगभग तीन साल पहले उनकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी थीं। इसके बाद करीब दो साल तक जयपुर (Husband Donate Kidney on Karwachauth) और भरतपुर में उनका इलाज चला।
पिछले एक साल से गुंजन की डायलिसिस चल रही थी, लेकिन उनकी हालत में लगातार गिरावट आ रही थी। उनका बीपी और शुगर भी बार-बार असामान्य हो रहा था। इस स्थिति में जयपुर के डॉ. धनंजय अग्रवाल ने किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी।
तब उनके पति ने अपने पत्नी की जान बचाने के लिए अपनी एक किडनी दान कर दी।