MP News: मध्यप्रदेश की ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने शहर के फार्मा व्यापारियों से 49 लाख रुपए की ठगी करने वाले तंजानिया के नागरिक को दिल्ली से उसकी महिला दोस्त के साथ गिरफ्तार किया।
फ्रॉड के लिए आरोपी ने ब्रिटेन की फार्मा कंपनी को ओबेसिटी (मोटापा) कम करने की दवा बनाने के लिए लगने वाला रॉ मटेरियल सप्लाई करने का हवाला देकर उलझाया। व्यापारियों से कहा कि आप चाहें तो आंध्रप्रदेश की एक फर्म से रॉ मटेरियल लेकर हमें दे सकते हैं। व्यापारियों ने ऐसा ही किया। बाद में पता चला कि ऐसी कोई फर्म है ही (MP News) नहीं।
20% कमीशन का दिया था लालच
ग्वालियर में रहने वाले विजय शर्मा फार्मा कारोबारी हैं। जुलाई 2023 में उनके पास एक कॉल आया था। कॉल करने वाली महिला ने अपना नाम लॉरेस एल्विस बताया और कहा कि वो ब्रिटेन की फार्मा कंपनी की रिप्रेजेंटेटिव (Representative) है। उनकी कंपनी ओबेसिटी से जुड़ी हर्बल मेडिसन बनाती है। अगर आप इसके लिए कच्चा मटेरियल भारत से खरीदकर हमें भेजेंगे, तो हम उस पर आपको 20 प्रतिशत कमीशन देंगे। महिला ने विजय को यह सलाह भी दी कि रॉ मटेरियल आंध्र प्रदेश की रंगारेड्डी फर्म से परचेज कर सकते (MP News) हैं।
50 से 60 सैंपल की डिमांड की…
विजय ने बताया कि उन्हें व्यापार में लाभ दिखाई दिया तो उन्होंने अपने एक- दो साथियों को साथ लेकर रंगारेड्डी फर्म से 8 लाख रुपए का सैंपल खरीदा और दिल्ली जाकर कंपनी के प्रतिनिधि लूकर्स एडवर्ड से मुलाकात की। लूकर्स ने सैंपल देखकर सहमति दी, लेकिन कहा कि हम एक सैंपल से अप्रूवल नहीं दे सकते। कम से कम 50 से 60 सैंपल चाहिए।
विजय और उनके साथी ग्वालियर वापस आए और फिर 49 लाख रुपए के सैंपल खरीदकर कंपनी के प्रतिनिधि को दे दिए। इसके कुछ दिन बाद और सैंपल भेजने के लिए कहा गया। जब कुछ दिन तक कोई कारोबारी एक्टिविटी नहीं दिखी तो उन्हें शक (MP News) हुआ।
सर्च किया तो फर्जी निकली फर्म
शक होने पर कारोबारी विजय शर्मा ने सबसे पहले आंध्र प्रदेश की रंगारेड्डी फर्म को इंटरनेट पर सर्च किया, लेकिन इस नाम की कोई फर्म इस व्यापार से जुड़ी नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने ब्रिटेन की कंपनी को सर्च किया, तो वो भी फेक निकली। फिर दिल्ली में कंपनी के अधिकारियों से बातचीत की तो उनका कहना था कि और सैंपल भेजने होंगे। कंपनी ओबेसिटी की टेबलेट बना रही है। इस चर्चा के बाद उन्हें ठगी का अहसास हो गया था। इसके बाद उन्होंने क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत (MP News) की।
सर्च किया तो फर्जी निकली फर्म
शक होने पर कारोबारी विजय शर्मा ने सबसे पहले आंध्र प्रदेश की रंगारेड्डी फर्म को इंटरनेट पर सर्च किया, लेकिन इस नाम की कोई फर्म इस व्यापार से जुड़ी नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने ब्रिटेन की कंपनी को सर्च किया, तो वो भी फेक निकली। फिर दिल्ली में कंपनी के अधिकारियों से बातचीत की तो उनका कहना था कि और सैंपल भेजने होंगे। कंपनी ओबेसिटी की टेबलेट बना रही है। इस चर्चा के बाद उन्हें ठगी का अहसास हो गया था। इसके बाद उन्होंने क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत (MP News) की।
18 खातों में गई थी ठगी की रकम
क्राइम ब्रांच ने जब मनी ट्रैक चैक किया तो ठगी की रकम लगभग 17 से 18 अकाउंट में ट्रांसफर हुई दिखाई दी है। जिन मोबाइल नंबर से बात हुई, वो सभी दिल्ली की लोकेशन के मिले। इसके बाद कड़ियां जोड़ते हुए ग्वालियर पुलिस, दिल्ली के बसंत कुंज पहुंची और वहां से उन्होंने तंजानिया (साउथ अफ्रीकी देश) निवासी 29 साल के टेरी ओबो और मेरठ (यूपी) की रहने वाली उसी वीनस रावत को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से एक लैपटॉप, पांच मोबाइल, कुछ पासपोर्ट और वीजा मिले (MP News) हैं।
ये भी पढ़ें: एमपी में उपचुनाव के लिए कांग्रेस कैंडिडेट घोषित: बुदनी से राजकुमार पटेल, विजयपुर से मुकेश मल्होत्रा को टिकट
पुलिस ने क्या बताया ?
एएसपी शहर कृष्ण लालचंदवानी ने बताया कि पुलिस ठगी करने वालों के अन्य साथियों की तलाश कर रही है। इसके लिए रिमांड पर लिया गया (MP News) है।