CG Teacher Recruitment: छत्तीसगढ़ में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की मांग को लेकर एक महीने से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे डीएड और बीएड अभ्यर्थियों का गुस्सा आज उभर आया। ये अभ्यर्थी मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इसके बाद, हजारों युवा सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का जाप करने लगे, ताकि सरकार को उनकी मांगों पर विचार करने की प्रेरणा मिले।
यह भी पढ़ें: रायपुर दक्षिण उपचुनाव: BJP ने अपने उम्मीदवार के नाम का किया एलान, बृजमोहन के करीबी सुनील सोनी को मिला टिकट
अभ्यर्थियों ने सरकार को दी ये चेतावनी
अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं होती है, तो वे जल्द ही राष्ट्रीय हाईवे पर चक्काजाम करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने बताया कि विधानसभा में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती का ऐलान किया गया था जब बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री थे।
उन्होंने ट्वीट किया था कि भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन पिछले एक साल में भर्ती नहीं हुई। कई अभ्यर्थियों ने नौकरी छोड़ दी है ताकि वे इस भर्ती की तैयारी कर सकें और अब वे सड़क पर आ गए हैं।
बीजेपी के संकल्प पत्र में भी किया गया था वादा
युवाओं ने बताया कि बीजेपी के संकल्प पत्र में भी शिक्षकों की भर्ती का वादा किया गया था, लेकिन अब तक भर्ती नहीं हो रही है। उनका कहना है कि उनकी उम्र धीरे-धीरे सीमा पार कर रही है, जिससे उन्हें नौकरी मिलने की संभावना कम हो रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी पढ़ाई और मेहनत का क्या अर्थ रह जाएगा।
यह भी पढ़ें: लोहारीडीह मामला: क्या डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दी ग्रामीणों को धमकी? पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा- अंधेरी रात में…
छत्तीसगढ़ में पिछले 15 वर्षों से आर्ट्स विषय में शिक्षकों की भर्ती न होने के कारण 70,000 से ज्यादा युवा नौकरी के लिए आजीवन अपात्र हो गए हैं। जैसे-जैसे इनकी उम्र बढ़ रही है, रोजाना युवा अपात्र होते जा रहे हैं। अगर भर्ती प्रक्रिया अभी भी शुरू नहीं होती है, तो इस साल लगभग 50,000 और युवा अपात्र हो जाएंगे।
ब्लॉक से लेकर राजधानी तक कर रहे आंदोलन
आंदोलनकारियों ने बताया कि यह आंदोलन अचानक नहीं हुआ है। पहले वे जिला और ब्लॉक स्तर पर ज्ञापन सौंप चुके हैं और प्रदेश के सभी विधायकों को भी जानकारी दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद, सभी जिलों में न्याय यात्रा निकाली गई और अब पिछले एक महीने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
आज वे मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। अब वे सड़क पर ही बैठकर अपनी मांगों का विरोध कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं होती है, तो वे राष्ट्रीय हाईवे पर चक्काजाम करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड और बीएड संघ की ये हैं मांगे-
- समय पर भर्ती न होने के कारण हजारों अभ्यर्थी उम्र की सीमा को पार कर रहे हैं, इसलिए उन्हें आयु सीमा में अतिरिक्त छूट दी जाए।
- 2024 के विधानसभा सत्र में 33,000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए, जिसमें सभी संकाय और विषयों के पद शामिल हों।
- शिक्षक/वर्ग 2 की भर्ती विषयवार की जाए।
- युक्तिकरण के नाम पर 4,077 स्कूलों को बंद करने के निर्णय को स्थगित नहीं, बल्कि निरस्त किया जाए।
- स्कूल शिक्षा विभाग का सेटअप 2008 को यथावत रखते हुए भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए।
- आगामी भर्ती में आरक्षित वर्ग को 5% छूट प्रदान की जाए।
- प्रदेश के स्कूलों में छत्तीसगढ़ी में पीजी डिप्लोमा वाले उम्मीदवारों के लिए पद सृजित कर इन पर भर्ती की जाए।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में ओलंपिक मेडलिस्ट मनु भाकर: सीएम साय से की मुलाकात, वन खेलकूद प्रतियोगिता के समापन में होंगी शामिल