Mangal Gochar Oct 2024 in Kark (Mars Transit) Asar: हर महीने बदलती ग्रहों की चाल सभी राशि के लोगों पर शुभ-अशुभ प्रभाव छोड़ती है। बीते दिन गुरुवार को सूर्य के तुला राशि में प्रवेश करने के बाद अब उग्र ग्रह मंगल भी अपनी नीच राशि में प्रवेश (kark me mangal gochar) करने जा रहा है। मंगल का ये गोचर (Mangal Gochar Oct 2024) लंबे समय के लिए हो रहा है। इससे राशि चक्र की 12 राशियों में से चार राशियां ऐसी हैं जिनके लिए तीन महीने का समय अलर्ट रहने की सलाह दे रहा है।
मंगल इस दिन करेंगे नीच राशि में प्रवेश
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार मंगल को उग्र ग्रह माना जाता है। मंगल दो दिन बाद 22 अक्टूबर मंगलवार को बदल रहे हैं। इस बार लंबे समय के लिए नीच राशि कर्क में रहेंगे। तीन महीने बाद ये वक्री हो जाएंगे।
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जनवरी 2025 में इस दिन वक्री होंगे मंगल
22 अक्टूबर को मंगल मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। आपको बता दें कर्क मंगल की नीच राशि है। कर्क राशि में तीन महीने रहने के बाद मंगल उल्टी चाल चलेंगे। 24 जनवरी को मंगल की चाल फिर बदलेगी। इस दौरान ये उल्टी चाल चल कर मिथुन राशि में वक्री (Mangal Vakri in Mithun 2025) हो जाएंगे।
नीच राशि में मंगल गोचर से क्या होता है
आपको बता दें ज्योतिष के अनुसार जब कोई भी ग्रह नीच राशि में प्रवेश करता है तो उसका उल्टा या प्रतिकूल प्रभाव बढ़ जाता है। बीते दिन सूर्य ने भी नीच राशि में प्रवेश किया था। जो एक महीने तक इसी स्थिति में रहेंगे। इसके बाद मंगल भी नीच राशि में प्रवेश (Mars Transit in Cancer) कर रहे हैं। जो तीन महीने तक इसी में रहेंगे।
मंगल किसका कारक है
ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह का अपना स्वभाव होता है। मंगल लाल रक्त प्रधान और उग्र ग्रह है।
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कुंडली में मंगल किस भाव में अशुभ होता है
नौ ग्रहों में से हर ग्रह का कुंडली में एक स्थान होता है। जिसके अनुसार उसका शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ता है। मंगल की बात करें तो किसी जातक की कुंडली में यदि मंगल नीच राशि कर्क (Kundali me Mangal) पर यानी कुंडली में चौथे भाव में होता है तो ऐसी स्थिति में मंगल अच्छे फल नहीं देता है। ऐसे जातकों को रक्त जनित रोग परेशान करते हैं। साथ ही साथ उन्हें भवन सुख मिलने में समस्या भी आती है।
मंगल को मजबूत करने के उपाय
ज्योतिषाचार्य के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में यदि मंगल कमजोर है या नीच राशि में बैठा है तो इस स्थिति में कुछ उपाय हैं जिन्हें करने से मंगल दोष दूर हो सकता है।
1: श्री हनुमान चालीसा का पाठ
2: लाल चीजों में लाल फल, कपड़ों का दान
3: ऋण मोचन मंगल स्त्रोतत का पाठ
4: बजरंग बली की साधना
नीच राशि में मंगल गोचर किसके लिए शुभ
मंगल का नीच राशि कर्क में गोचर होने से कुछ राशियों के शुभ मिलने लगेगा। इसमें
नीच राशि में मंगल गोचर किसके लिए अशुभ
जिन जातकों की राशि कर्क है उनके लिए तीन महीने सतर्क रहने की जरूरत है। साथ ही मंगल का गोचर से चौथे, आठवें और बारहवे भाव वालों को इस दौरान सतर्क रहना होगा। मंगल का गोचर कर्क राशि को चौथा, धनु राशि को आठवां और सिंह राशि को बारहवां पड़ेगा। ऐसे में इन तीन जातकों यानी कर्क, धनु और सिंह राशि वालों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।
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मंगल चाल की साथ बदलेगा मौसम
ज्योतिष शास्त्र में मंगल और सूर्य दो ऐसे ग्रह हैं जिनका संबंध मौसम से भी होता है। मंगल के बदलने पर मौसम में भी बदलाव होता है। मंगल जैसे ही 22 अक्टूबर को राशि बदलेंगे, मौसम में एक बार फिर परिवर्तन देखने को मिलेगा।
मंगल के राशि परिवर्तन से क्या-क्या बदलेगा
जब मंगल नीच राशि में प्रवेश करेगा तो इस दौरान प्रक्रति, राजनीति, मौसम, व्यक्ति सभी पर असर पड़ेगा। अगले महीने दो राज्यों में चुनाव भी हैं। ऐसे में मंगल का असर राजनीतिक बदलाव भी देखने को मिलेगा।
मंगल गोचर से किस तरह के बदलाव आते हैं
1: चूंकि मंगल लाल रंग प्रधान और उग्र ग्रह है, इसलिए जब मंगल बदलता है तो लोगों को रक्त विकार घेरने लगते हैं।
2: दुर्घटना की आंशका बढ़ जाती है इसलिए इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है।
3: अगर आपके कोई मामले न्यायालय में पेंडिंग हैं तो इस दौरान ये मामले उलझ सकते हैं, इसलिए आपको सतर्क रहना होगा।
4: इस दौरान राजनीतिक क्षेत्र में भी कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
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