CG Drip Irrigation System: छत्तीसगढ़ में सरकार के द्वारा किसानों को कई तरह की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उसी में से एक है ड्रिप सिंचाई, इस तकनीक से किसान अपनी फसलों को और उन्नत बना सकते हैं और खेत में सिंचाई के लिए यदि पानी कम है तो इस प्रणाली से पूर्ति कर अच्छी पैदावार भी किसान कर सकते हैं।
प्रदेश में किसानों को ड्रिप सिंचाई (CG Drip Irrigation System) के लिए सरकार के द्वारा सब्सिडी भी दी जा रही है। यह सब्सिडी 55 प्रतिशत तक किसानों को दी जा रही है। इतना ही नहीं, खेतों में सिंचाई के लिए ड्रिप पाइप लाइन लगवाने में ज्यादा खर्च भी नहीं आ रहा है।
वहीं सरकार भी किसानों की मदद कर रही है। इसी के साथ ही किसानों को ड्रिप सिंचाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यदि आप भी किसान हैं तो आप इस तकनीक का इस्तेमाल कर अपने खेत में पानी की कमी की पूर्ति इस तरह से कर अच्दा उत्पादन ले सकते हैं।
फसलों की बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
सीयू वानिकी विभाग के प्रोफेसर के द्वारा जानकारी दी गई कि ड्रिप सिस्टम (CG Drip Irrigation System) से फसलों की सिंचाई करने से किसान को काफी फायदा होता है। उद्यानिकी फसलों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है ड्रिप सिंचाई प्रणाली।
इस प्रणाली से पौधों में सही मात्रा और समय पर पानी की आपूर्ति हो जाती है, इससे फसलों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इस प्रणाली से न केवल पानी, बल्कि खाद और अन्य पोषक तत्वों को भी सीधे पौधों तक पहुंचा सकते हैं।
मात्र इतने खर्च में करें सिंचाई
ग्रामीण वानिकी विस्तार अधिकारी ने बताया कि किसान यदि ड्रिप इरीगेशन सिस्टम (CG Drip Irrigation System) लगवाना चाहते हैं तो उसके लिए ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं रहती है। ढाई एकड़ खेत में करीब एक लाख 30 हजार रुपए का औसतन खर्च आता है।
इस हिसाब से देखा जाए तो प्रति एकड़ औसतन 50-55 हजार रुपए खर्च आएगा। इस खर्च को और कम करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा सब्सिडी दी जा रही है। ये सब्सिडी सामूहिक रूप से प्रदान की जा रही है।
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सरकार 55 फीसदी तक दे रही सब्सिडी
राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा ड्रिप सिंचाई के लिए सब्सिडी (CG Drip Irrigation System) दी जा रही है। सरका के द्वारा छोटे किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए आर्थिक रूप से मदद की जा रही है। वहीं इस सब्सिडी का लाभ बड़े किसानों को कम मिलता है।
बता दें कि प्रदेश के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को सरकार के द्वारा कुल लागत का 55 फीसदी राशि दी जाएगी। वहीं सामान्य और पिछड़ा वर्ग के किसानों को 45 प्रतिशत यह राशि सब्सिडी के रूप में दी जाएगी।
किसान इस तरह से करें आवेदन
किसान अपने खेत में ड्रिप इरीगेशन सिस्टम (CG Drip Irrigation System) लगवाने की इच्छा रखते हैं तो वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए किसान अपने क्षेत्र के ग्रामीण वानिकी विस्तार अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें आवेदन दे सकते हैं। यहां से आपका आवेदन सहायक वानिकी विस्तार अधिकारी के पास पहुंचेगा। इसके बाद आवेदन अप्रूवल के लिए जाएगा।
अप्रूवल के बाद आप वेंडर को अपने खेत में ड्रिप सिंचाई के लिए ठेका दे सकते हैं। ध्यान रहे ये वेंडर शासन से मान्यता प्राप्त होना चाहिए। इसके लगने के दौरान शुरुआत में किसान को ही पूरा खर्च उठाना पड़ेगा। इसका पूरा सिस्टम जब तैयार हो जाएगा तो इसकी सब्सिडी की राशि किसान के खाते में जमा कर दी जाएगी।
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