Best Diet For Thyroid: थायराइड एक महत्वपूर्ण ग्रंथि है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है। जब इस ग्रंथि की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी होती है, तो कई शारीरिक समस्याएं सामने आती हैं, जिनमें से एक है वजन बढ़ना और पेट का लटकना।
खासकर हाइपोथायराइडिज्म (थायराइड की अंडरएक्टिविटी) के कारण शरीर में चर्बी जमा होने लगती है, जिससे पेट और अन्य अंगों में वजन बढ़ सकता है। अगर आप थायराइड की वजह से पेट की लटकती चर्बी से परेशान हैं, तो डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
यहां हम आपको कुछ पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं, जो थायराइड के प्रभाव को कम करने और वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
साबुत अनाज
साबुत अनाज, जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, और क्विनोआ, थायराइड के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से बचाता है, जो थायराइड रोगियों में आम होती हैं।
साबुत अनाज खाने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और शरीर में अतिरिक्त चर्बी नहीं जमने पाती। साथ ही, ये लंबे समय तक पेट भरे रहने का एहसास दिलाते हैं, जिससे वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
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अखरोट और अलसी के बीज
अखरोट और अलसी के बीज थायराइड की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए बेहद लाभकारी हैं, क्योंकि इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है। यह एसिड शरीर में सूजन को कम करता है और थायराइड ग्रंथि के सही कार्य को सुनिश्चित करता है।
इसके अलावा, ये शरीर के मेटाबॉलिज्म को सुधारने में मदद करते हैं, जिससे शरीर में जमा हुई चर्बी धीरे-धीरे कम होने लगती है। रोजाना कुछ मात्रा में अखरोट और अलसी के बीज का सेवन पेट की लटकती चर्बी से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
थायराइड के मरीजों के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे पालक, केल और मेथी, बेहद उपयोगी होती हैं। इनमें आयरन, कैल्शियम, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को पोषण प्रदान करते हैं और थायराइड के कारण होने वाली थकान और कमजोरी से लड़ने में मदद करते हैं।
ये सब्जियां मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त करती हैं, जिससे वजन को नियंत्रित रखना आसान होता है।
अंडे और दही
अंडे और दही में प्रोटीन और आयोडीन प्रचुर मात्रा में होता है, जो थायराइड की कार्यप्रणाली को सुधारने में सहायक है। आयोडीन थायराइड ग्रंथि के लिए आवश्यक होता है, और इसके सेवन से मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है, जिससे वजन को नियंत्रित करना संभव हो जाता है।
दही में प्रोबायोटिक्स भी होते हैं, जो आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और पाचन में सुधार करते हैं।
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