Laddu Controversy: तिरुपति बालाजी से शुरू हुआ प्रसाद की शुद्धता वाला विवाद एमपी तक पहुंच गया है। प्रदेश के प्रसिद्ध देवी धाम सलकनपुर मंदिर ट्रस्ट समिति अध्यक्ष महेश उपाध्याय ने मंदिर परिसर में लड्डू बेचने वालों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मंदिर का लोगो लगा कर बेचे जाने वाले प्रसाद से अजीब महक आती है। उनकी शुद्धता की गारंटी हमारी नहीं है। प्रबंधन ने इस संबंध में कलेक्टर और एसपी से इसकी शिकायत की है।
भक्तों से प्रसाद ने खरीदने की अपील की
मध्य प्रदेश के सलकनपुर देवी धाम में लड्डू की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं। सलकनपुर ट्रस्ट समिति ने कहा है कि मंदिर में बेचे जाने वाले लड्डुओं से अजीब गंध आती है और उनकी गुणवत्ता की गारंटी नहीं दी जा सकती। इसलिए, भक्तों से अनुरोध किया गया है कि वे मंदिर में बेचे जाने वाले लड्डू न खरीदें। इस मामले में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन दिया गया है।
प्रसाद की शुद्धता की गारंटी नहीं
सलकनपुर देवी धाम के ट्रस्ट अध्यक्ष महेश उपाध्याय और ट्रस्ट समिति ने कलेक्टर को लिखित आवेदन देकर बताया कि मंदिर परिसर में स्व सहायता समूह द्वारा बेचे जा रहे लड्डुओं की शुद्धता की कोई गारंटी नहीं है। लड्डुओं में उपयोग की जाने वाली सामग्री का कोई प्रमाण नहीं है और दर्शनार्थियों ने कई बार शिकायत की है कि लड्डुओं से अजीब गंध आती है। इसलिए, ट्रस्ट समिति ने लड्डू बेचने वालों को निर्देश दिया है कि मंदिर प्रांगण में मंदिर का लोगो लगाकर लड्डू बेचना प्रतिबंधित है और इसे तत्काल बंद किया जाए। यह मंदिर की प्रतिष्ठा से जुड़ा मामला है।
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कलेक्टर बोले गुणवत्ता की जांच कराएंगे
सलकनपुर मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष महेश उपाध्याय ने कलेक्टर और एसपी से मंदिर परिसर में लड्डू बेचने वालों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने भक्तों से भी लड्डू नहीं खरीदने का अनुरोध किया है। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि स्व सहायता समूह की महिलाएं लड्डू बेच रही हैं और उनकी गुणवत्ता की जांच की जा रही है।