IAS P Narhari: मध्यप्रदेश में साइबर क्राइम के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। खास बात तो यह है कि ये अपराधी आईएएस (IAS)अफसरों तक को नहीं छोड़ रहे हैं। नया मामला आईएएस पी नरहरी से जुड़ा है। उनके नाम से फर्जी आईडी बना ली गई है और लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही है। मैसेंजर पर चैट कर इनके कॉन्टेक्ट नंबर भी मांगे जा रहे हैं।
पी नरहरी हैं प्रमुख सचिव PHE विभाग
मप्र शासन में कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके सीनियर IPS पी नरहरी (IAS P Narhari) वर्तमान में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (Public Health Engineering Department) के प्रमुख सचिव हैं। सेवाकाल में सैंकड़ों साथी अधिकारी और हजारों मातहत कर्मचारी उनके संपर्क में हैं। बावजूद इसके नरहरी को दोस्ती और दिल की बातें करने के लिए सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म पर साथी तलाश करने की जरूरत पड़ रही है। उनके नाम से बनाई गई एक आईडी (फर्जी) से लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही हैं।
चैट से पता चला आरोपी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं
IPS पी नरहरी (IAS P Narhari) के नाम से भेजी जा रही फ्रेंड रिक्वेस्ट के बाद जुड़ने वाले लोगों से मैसेंजर पर चैट भी की जा रही है। हालांकि, इस चैट की भाषा को देखकर ही आसानी से अंदाज लगाया जा सकता है कि इस ID को संचालित करने वाले पढ़े-लिखे नहीं हैं, बल्कि अधकचरे ज्ञान वाले भी हैं। उनके द्वारा की जा रही चैट में अंग्रेजी का बेहद कमजोर प्रदर्शन किया जा रहा है। किसी के हाल जानने के लिए उनका सवाल haw are you… ही उनके अंग्रेजी ज्ञान का परिचायक है।
पी नरहरी हैं प्रमुख सचिव PHE विभाग
मप्र शासन में कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके सीनियर IPS पी नरहरी (IAS P Narhari) वर्तमान में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (Public Health Engineering Department) के प्रमुख सचिव हैं। सेवाकाल में सैंकड़ों साथी अधिकारी और हजारों मातहत कर्मचारी उनके संपर्क में हैं। बावजूद इसके नरहरी को दोस्ती और दिल की बातें करने के लिए सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म पर साथी तलाश करने की जरूरत पड़ रही है। उनके नाम से बनाई गई एक आईडी (फर्जी) से लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही हैं।
चैट से पता चला आरोपी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं
IPS पी नरहरी (IAS P Narhari) के नाम से भेजी जा रही फ्रेंड रिक्वेस्ट के बाद जुड़ने वाले लोगों से मैसेंजर पर चैट भी की जा रही है। हालांकि, इस चैट की भाषा को देखकर ही आसानी से अंदाज लगाया जा सकता है कि इस ID को संचालित करने वाले पढ़े-लिखे नहीं हैं, बल्कि अधकचरे ज्ञान वाले भी हैं। उनके द्वारा की जा रही चैट में अंग्रेजी का बेहद कमजोर प्रदर्शन किया जा रहा है। किसी के हाल जानने के लिए उनका सवाल haw are you… ही उनके अंग्रेजी ज्ञान का परिचायक है।
पहले भी आ चुके ऐसे कई मामले सामने
आईएएस नरहरी की फर्जी आईडी बनाने से पहले भी कई अफसर और राजनीतिक लोगों के नाम से भी फर्जी आईडी बन चुकी हैं। लगातार इस तरह के मामले सुर्खियों में बने हुए हैं।
आरोपियों की मंशा पैसा वसूली
ईमेल, मैसेज और सोशल साइट्स की फर्जी आईडी बनाने के पीछे शातिर लोगों की एक ही मंशा है, वे लोगों से अलग अलग तरीकों से पैसा वसूल करना चाहते हैं। ऐसी दर्जनों शिकायतें रोजाना साइबर क्राइम के पास दर्ज हो रही हैं।
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साइबर क्राइम स्कैम से बचने लगातार दे रही सलाह
लगातार हो रहे मामलों को देखते हुए साइबर क्राइम द्वारा बार-बार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सोशल मीडिया से लेकर अखबारों और टीवी चैनलों पर भी लोगों को ऐसे स्कैम से बचने की सलाह दी जा रही है। आईएएस नरहरी (IAS P Narhari) की फर्जी आईडी बनाने से पहले भी कई अफसर और राजनीतिक लोगों के नाम से भी फर्जी आईडी बन चुकी हैं। लगातार इस तरह के मामले सुर्खियों में बने हुए हैं।
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