MP Outsourced Employees Protest: मध्य प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्यरत हजारों आउटसोर्स कर्मचारी अपने हक और अधिकारों के लिए एकजुट हो रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा चुनाव पूर्व किए गए वादों के पूरे न होने से नाराज कर्मचारी ने आज भोपाल के नीलम पार्क, जहांगीराबाद में महा आंदोलन कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन से लंबी बातचीत के बाद देर शाम कार्यक्रम के लिए अनुमति मिल गई है।
क्या है पूरा मामला
आउट सोर्स कर्मचारियों का कहना है कि उन्हे अलग-अलग वेतन दिया जा रहा है जिससे कर्मचारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, उन्हे रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है इसलिए वह अब विरोध जताने फिर एक बार सड़कों पर उतरेंगे।
भाजपा ने 2024 के चुनाव से पहले अपने घोषणा पत्र में राज्य के आउटसोर्स कर्मचारियों को संविदा पर लाने, वेतन वृद्धि, और केंद्रीय सुविधाएं देने का वादा किया था। लेकिन आज तक इन वादों पर कोई शासकीय आदेश जारी नहीं हुआ है।
ये कर्मचारी होंगे शामिल
ग्राम पंचायतों के चौकीदार, भृत्य, पंप ऑपरेटर, सफाईकर्मी, स्कूलों, छात्रावासों के अंशकालीन, अस्थाई कर्मचारी, निगम मंडल, नगरीय निकाय, सहकारिता के आउटसोर्स, अस्थाई कर्मी, शासकीय विभागों के आउटसोर्स कंप्यूटर ऑपरेटर, अस्पताल, मेडिकल कॉलेजों के वार्ड न्याय, सुरक्षाकर्मी, सहित चतुर्थ श्रेणी आउटसोर्स कर्मचारी, मंडियों, राष्ट्रीयकृत एवं सहकारी बैंकों, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, यूनिवर्सिटी, आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक, शिक्षा विभाग के व्यावसायिक प्रशिक्षकों सहित सभी शासकीय अर्द्धशासकीय विभागों के अस्थाई, आउटसोर्स कर्मचारी “नौकरी में सुरक्षा और न्यूनतम 21000 रूपए वेतन” की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। चपरासी, चौकीदार की नौकरी देने में असफल सरकार के खिलाफ “कामगार क्रांति आंदोलन” के जरिए न्याय मांग रहे हैं।
ये खबर भी पढ़ें: IRCTC Nagaland Package: नागालैंड के हॉर्नबिल फेस्टिवल का लें शानदार एक्सपीरियंस, खाने के साथ-साथ रहना भी होगा मुफ़्त