Narendra Shivaji Patel Invitation: मध्यप्रदेश BJP में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीजेपी के नेता आपस में ही उलझते दिखाई दे रहे हैं। राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल एक स्कूल के आमंत्रण पत्र में अपने नाम के आगे सांसद का नाम देखकर इतना भड़क गए कि स्कूल को मान्यता रद्द कराने की वॉर्निंग तक दिला दी।
सांसद दर्शन सिंह चौधरी का नाम पहले छपने से नाराज
रायसेन के उदयपुरा में देवरी के प्राइवेट स्कूल अभिनव गरिमा विद्या निकेतन ने शिक्षक दिवस सम्मान समारोह आयोजित किया था। इसमें नर्मदापुरम सांसद दर्शन सिंह चौधरी और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। आमंत्रण पत्र पर सांसद दर्शन सिंह चौधरी का नाम पहले और मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का नाम बाद में लिखा था। इस बात पर मंत्री शिवाजी नाराज हो गए।
रायसेन DEO ने क्या कहा ?
रायसेन के जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने आमंत्रण पत्र पर मंत्री जी के प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखते हुए उनका नाम सांसद से पीछे छापा था। उनसे अनुमति भी ली नहीं गई थी। इसे लेकर आपत्ति आई और मंत्री जी नाराज थे। वे इस कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। मंत्री जी के PA ने कहा था कि इस तरह नहीं छपवाना चाहिए। आपके शिक्षा विभाग के लोग क्या कर रहे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल को थमा दिया नोटिस
मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल की आपत्ति के बाद जिला शिक्षा अधिकारी डीडी रजक ने इसे नियमों के खिलाफ बताकर स्कूल को नोटिस थमा दिया। 3 दिन में स्कूल को जवाब देना होगा। नोटिस में स्कूल को मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी गई है।
Raisen: क्यों न स्कूल की मान्यता… इन्विटेशन कार्ड में पहले लिखा सांसद का नाम, नाराज मंत्री ने दे दी ये चेतावनी!@CollectorRaisen @nsp2106 @Darshan94668405 @DrMohanYadav51 @sp_raisen @CMMadhyaPradesh @BJP4MP#Raisen #Jitupatwari #DrMohanYadav #KamalNath #BJP #Congress pic.twitter.com/7hWNX0u6fa
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) September 14, 2024
स्कूल का माफीनामा
रायसेन के जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूल की तरफ से माफीनामा आ गया है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वे प्रोटोकॉल के बारे में नहीं जानते थे। भविष्य में ऐसी गलती नहीं करेंगे।
सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने क्या कहा ?
इस मामले को लेकर नर्मदापुरम सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि मैं स्कूल में कार्यक्रम में गया था। नोटिस की जानकारी नहीं है। मैं दिखवाता हूं। नाम पहले या बाद में होने में कोई बड़ी बात नहीं है। हम सब आपस में एक हैं। हमारे बीच में किसी भी तरह की कलह नहीं है।
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नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच की फूट का प्रमाण है ये लेटर..
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इस मामले में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता उमंग सिंघार ने X पर लिखा कि ये भाजपा में मंत्रियों और सांसदों के बीच चल रही गलाकाट प्रतिस्पर्धा है या जलन की भावना है। एक राज्यमंत्री को अपनी ही पार्टी के सांसद से इतनी खुन्नस है कि उन्होंने बकायदा नोटिस दिलवाया। सिर्फ नोटिस ही नहीं दिया, स्कूल संचालक को भी धमकाया गया।
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