MP Sports: बेंगलुरु में चल रही 63वीं नेशनल ओपन एथलेटिक चैंपियनशिप के दूसरे दिन शनिवार, 31 अगस्त को मध्यप्रदेश ने एक गोल्ड और दो सिल्वर मेडल जीते। इस हिसाब से एमपी के खाते में आठ मेडल आए हैं। आज हुई 1500 मीटर मेंस रेस में एमपी के रीतेश ओहरे ने प्रथम स्थान हासिल किया। इनके अलावा एथलीट दीक्षा और पोल वॉल्टर अंशु पटेल ने सिल्वर मेडल हासिल (MP Sports) किया।
शॉटपुट में एकेडमी के समरदीप फाइनल में
चैंपियनशिप के दूसरे दिन शनिवार को एमपी खेल एकेडमी के एथलीट रीतश ओहरे ने 1500 मीटर मेंस दौड़ में 3:47.41 सेकंड का समय लेकर बाजी मारी। उन्हें गोल्ड मेडल से नवाजा गया। इनके अलावा एकेडमी की विमेंस रेसर दीक्षा ने 1500 मीटर दौड़ में 4:25.91 सेकंड का समय निकाला और दूसरा स्थान हासिल किया। दीक्षा को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। इसी तरह एकेडमी के अंशु पटेल ने पोल वॉल्ट में 5 मीटर की छलांग लगाई और सिल्वर मेडल हासिल किया। स्पर्धा के शॉटपुट इवेंट में एकेडमी के थ्रोअर समरदीप गिल ने 18.32 मीटर दूरी पर गोला फेंककर फाइनल में हीट में जगह (MP Sports) बनाई।
पहले दिन एकेडमी के सुनील डाबर ने जीता सिल्वर
एथलेटिक मीट के पहले दिन 5000 मीटर दौड़ में एकेडमी के धावक सुनील डाबर ने 14:00.89 समय के साथ सिल्वर मेडल जीता। वहीं इस इवेंट का गोल्ड मेडल एसएससीबी के गुलवीर सिंह (13:54.70) और ब्रॉन्ज मेडल लवप्रीत सिंह ने (14:00.89) ने जीता। इस इवेंट में एकेडमी के विनोद सिंह (14:07.67) मामूली अंतर से ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए और चौथे स्थान पर (MP Sports) रहे।
एकेडमी के घुड़सवारों ने जीते 3 मेडल
जयपुर में हुई कॉन कॉर्ड कंट्री इंटरनेशनल प्रतियोगिता में एमपी घुड़सवारी एकेडमी के प्लेयर्स ने तीन मेडल जीते। एकेडमी के सबसे चर्चित घुड़सवार राजू सिंह ने मावालियन घोड़े पर सवारी करते हुए FFI Eventing CC-2 (Short)में 38.2 अंक हासिल कर सिल्वर मेडल जीता। वहीं राजू ने माताकाली घोड़े पर सवारी करते हुए FFI Eventing CC-2 (Short) में 45.7 पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इसी तरह भोलू परमार ने लक घोड़े पर सवारी करते हुए FFI Eventing CC-1 (Intro) में 30.4 पॉइंट हासिल कर ब्रॉन्ज मेडल जीता। एमपी घुड़सवारी एकेडमी के चीफ कोच कैप्टन भागीरथ (MP Sports) हैं।
हॉकी इंडिया के हाई परफॉरमेंस डायरेक्टर हर्मन ने विमेंस खिलाड़ियों के दिए टिप्स
हॉकी इंडिया (Hockey India) के हाई परफॉरमेंस डायरेक्टर हर्मन क्रुइस ने ग्वालियर स्थित एमपी विमेंस हॉकी एकेडमी की प्लेयर्स को टिप्स दिए। हर्मन मूलत: नीदरलैंड के निवासी हैं। वे 2006 से 2008 तक नीदरलैंड विमेंस टीम के कोच रह चुके हैं। साल 2023 से हॉकी इंडिया से कोच के रूप में जुड़े हैं।
हर्मन दो दिन ग्वालियर रहे और खिलाड़ियों को नई तकनीकी और रूल्स से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड लेवल पर अब हॉकी में बहुत सुधार चल रहा है। खास तौर से खिलाड़ियों को चोट ना लगे इसे लेकर FIH काफी गंभीर है। इसलिए खेल के दौरान अपॉनेंट को जरा सी बाधा पहुंचना भी टीम के लिए संकट मौल लेने से कम नहीं है। इसलिए फेयर प्ले पर सबसे ज्यादा फोकस करना (MP Sports)है।
यहां बता दें ग्वालियर में एमपी स्टेट विमेंस एकेडमी 2006 से संचालित है। इस दौरान कई ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय प्लेयर यहां से निकले हैं।
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