Chhattisgarh Weather Update Today: छत्तीसगढ़ में बारिश का दौर अभी भी जारी है। छत्तीसगढ़ के ज्यादातर हिस्सों में अभी भी बारिश देखने को मिल रही है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 29 अगस्त से मानसून फिर एक्टिव हो जाएगा।
इसके कारण 30 अगस्त को कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही विभाग ने 5 जिलों के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। जांजगीर-चांपा, जशपुर, रायगढ़, सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़ के जगहों पर बारिश के साथ बिजली गिरने के भी आसार हैं। इसी के साथ आज कई इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा होने संभावना है।
प्रदेश में अब तक हुई इतनी बारिश
आपको बता दें कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष ने बताया है कि 1 जून 2024 से अब तक राज्य में 892.1 mm औसत बारिश दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से 27 अगस्त तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1862.9 mm और सरगुजा जिले में सबसे कम 492.3 mm औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
प्रदेश के किस जिले में कितनी बारिश
मौसम विभाग की मानें तो रायपुर जिले में 740.6 mm, बलौदाबाजार में 928.0 mm, गरियाबंद में 838.2 mm, महासमुंद में 680.7 mm, धमतरी में 778.3 mm, बिलासपुर में 839.7 mm, मुंगेली में 938.3 mm, रायगढ़ में 855.6 mm, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 520.0 mm, जांजगीर-चांपा में 981.6 mm, सक्ती 843.0 mm, कोरबा में 1199.8 mm, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 903.3 mm, दुर्ग में 533.5 mm औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 697.9 mm, राजनांदगांव में 869.6 mm, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 981.3 mm, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 643.4 mm, बालोद में 908.3 mm, बेमेतरा में 496.2 mm, बस्तर में 925.5 mm, कोण्डागांव में 849.6 mm, कांकेर में 1064.5 mm, नारायणपुर में 1002.5 mm, दंतेवाड़ा में 1110.6 mm और सुकमा जिले में 1192.2 mm औसत बारिश 01 जून से अब तक रिकार्ड की गई है।
ये 2 सिस्टम हैं एक्टिव
उत्तर गुजरात पर सुबह का गहरा दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 8 किमी प्रति घंटे की गति से धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। ये गुजरात क्षेत्र में धीरे-धीरे पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 29 अगस्त की सुबह तक सौराष्ट्र और कच्छ तट और पाकिस्तान और पूर्वोत्तर अरब सागर के आस-पास के क्षेत्रों तक पहुंच जाएगा।
उत्तर-पश्चिम झारखंड और उसके आसपास के इलाकों में सुबह का निम्न दबाव का क्षेत्र थोड़ा पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया। ये झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे सटे दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा। अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा।
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